धमतरी:पुलिस कस्टडी में आरोपित की मौत, स्वजनों ने दिया धरना

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धमतरी:पुलिस कस्टडी में आरोपित की मौत, स्वजनों ने दिया धरना


धमतरी:पुलिस कस्टडी में आरोपित की मौत, स्वजनों ने दिया धरना


धमतरी, 1 अप्रैल (हि.स.)।धोखाधड़ी के आरोपित की पुलिस कस्टडी में मौत होने का आरोप लगाकर मृतक की पत्नी, माता-पिता समेत अन्य स्वजनों के साथ कांग्रेसियों ने न्याय दिलाने अस्पताल के सामने आज चार घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। थाना के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों पर मृतक को बर्बरतापूर्वक मारकर मौत के घाट उतारने स्वजनों का आरोप है। मृतक की पत्नी ने थाना प्रभारी व मारपीट करने वाले पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर करके जेल भेजने की मांग की है। वहीं इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है। इधर पुलिस प्रशासन ने मामले के निष्पक्ष जांच को लेकर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। भारी हंगामा और प्रदर्शन के घंटों बाद तीन डाक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया और अंतिम संस्कार के लिए शव स्वजनों को सौंप दिया है। आरोपित मृतक पर कुछ किसानों ने आरोप लगाकर सात करोड़ 73 लाख रुपये की ठगी की लिखित शिकायत अर्जुनी थाना में किया था। इस पर कार्रवाई करते हुए अर्जुनी पुलिस ने आरोपित को दुर्ग से गिरफ्तार कर धमतरी लाकर कार्रवाई की थी।

पुलिस से मिली जानकारी अनुसार मृतक दुर्गेंद्र कठोलिया 41 वर्ष पुत्र लक्ष्मण कठोलिया ग्राम भंवरमरा जिला राजनांदगांव का निवासी है। इसके खिलाफ रोहित सहित लगभग 50 अन्य किसानों ने अर्जुनी थाना में लिखित आवेदन दिया था। जिसमें अधिक कीमत पर धान बेचने के नाम पर सभी किसानों से कुल सात करोड़ 73 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ठगी करने का आरोप लगाया था। इस पर कार्रवाई करते हुए अर्जुनी पुलिस ने मृतक आरोपित दुर्गेंद्र कठोलिया को गिरफ्तार कर शाम 4:20 बजे न्यायालय में प्रस्तुत कर पुलिस रिमांड में लिया गया था। सोमवार की रात को आरोपित की सेहत बिगड़ने पर जिला अस्पताल लाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देर रात राजनांदगांव थाना के माध्यम से इसकी जानकारी स्वजनों की दी गई। एक अपै्रल मंगलवार की सुबह से पुलिस विभाग के एएसपी मणिशंकर चंद्रा, एसडीएम पवन प्रेमी, डीएसपी भावेश साव, मोनिका मरावी, आरआई दीपक शर्मा, तहसीलदार सूरज बंछोर, कोतवाली थाना प्रभारी राजेश मरई सहित पुलिस बल बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में तैनात थे। दोपहर 12 बजे मृतक के स्वजन जिला अस्पताल पहुंचे और पुलिस प्रशासन पर मृतक के साथ बेरहमी से मारपीट कर मार डालने का गंभीर आरोप लगाकर न्याय की गुहार लगाते हुए धरने पर बैठ गए। मृतक की पत्नी, मां-बाप व स्वजन आरोपित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे सलाखों के पीछे डालने की मांग अंतिम समय तक कर रहे थे।

स्वजनों का आरोप पुलिस की पिटाई से हुई मौतमृतक की पत्नी दुर्गा सोनकर, पिता लक्ष्मण सोनकर, मां सुशीला सोनकर, बहन योगिता ने आरोप लगाते हुए बताया है कि अर्जुनी पुलिस दुर्गेंद्र को दुर्ग से गिरफ्तार कर अपने साथ धमतरी लाई थी। जिसकी किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। 31 मार्च की सुबह पुलिस वाले और किसान उनके घर पहुंचे थे। इस दौरान कुछ दस्तावेज जबरन जब्त कर लिए गए और स्वजनों के सामने ही दुर्गेंद्र से मारपीट की गई। पानी तक पीने नहीं दिया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा पैसे की डिमांड भी की गई। तब तक वह पूरी तरीके से स्वस्थ था। उन्हें किसी प्रकार की शारीरिक समस्या या बीमारी भी नहीं थी। अर्जुनी थाना में पुलिस ने पीट-पीटकर उन्हें मार डालने का आरोप लगाया है। स्वजनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि दुर्गेंद्र को लोहे के संकल से मारा गया है। स्वजनों के साथ राजनांदगांव से पहुंचे सीनियर अधिवक्ता मौलेश तिवारी, अधिवक्ता राकेश दुबे, संदीप कुमार और लक्ष्मी सोनकर ने कहा कि जब तक संबंधित थाना प्रभारी पर नामजद एफआईआर नहीं होगी, वे शव नहीं ले जाएंगे। जिला अस्पताल के सामने सभी धरना में बैठे रहे।

स्वजनों के साथ धरने पर बैठे विधायक और कांग्रेसी नेता

पुलिस कस्टडी में मौत की जानकारी मिलते ही धमतरी विधायक ओंकार साहू, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, मोहन लालवानी, ब्लाक अध्यक्ष योगेश शर्मा, आकाश गोलछा, पार्षद दीपक सोनकर, विशु देवांगन, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन, युवा कांग्रेस के नरेंद्र सोनवानी, कुलेश्वर देवांगन, तारिक रजा सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता स्वजनों को न्याय दिलाने के लिए उनके साथ धरने पर बैठे। इस दौरान कांग्रेसियों ने गृहमंत्री विजय शर्मा की इस्तीफे की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।पुलिस हिरास्त में दुर्गेंद्र की मौत की जानकारी मिलते ही धमतरी सोनकर समाज के अध्यक्ष संतोष सोनकर, अखिलेश सोनकर, जीवन सोनकर, धनीराम सोनकर, प्रीतराम सोनकर, दिलीप सोनकर सहित समाज के पदाधिकारियों जिला अस्पताल पहुंचकर मृतक के स्वजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

पीड़ित किसानों व स्वजनों के बीच मारपीट

जिला अस्पताल के सामने मृतक के स्वजन धरने पर बैठे थे। इस दौरान अचानक कुछ पीड़ित किसान पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आए। इसकी वजह से माहौल बिगड़ गया था। धरने पर बैठे स्वजन और किसानों के बीच मारपीट और झूमझटकी की नौबत भी आई। एक किसान ने स्वजन महिला से मारपीट भी किया। पुलिस ने इस मामले पर हस्ताक्षेप करते हुए मामले को शांत कराया और किसानों को वहां से भगाया।

चार घंटे तक धरने के बाद शव पीएम के तैयार हुए स्वजनदोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक स्वजन न्याय की गुहार लगाते हुए अर्जुनी थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। पुलिस प्रशासन द्वारा अर्जुनी थाना प्रभारी सन्नी दुबे के निलंबन के बाद स्वजन मृतक के शव के पीएम के लिए तैयार हुए और धरना प्रदर्शन समाप्त किया। सीजीएम नमिता मिंज भास्कर की मौजूदगी में तीन डाक्टरों की टीम ने शव का पीएम किया

अर्जुनी थाना व सायबर सेल प्रभारी सन्नी दुबे निलंबितएएसपी मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच को ध्यान में रखते हुए अर्जुनी थाना प्रभारी को निलंबित किया गया है। आगे की कार्रवाई मजिस्ट्रेट जांच के अनुसार की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा