युवाओं के लिए आगे बढ़ने का बड़ा अवसर है खेलो इंडिया पैरा गेम्स : नवदीप सिंह

नई दिल्ली, 17 मार्च (हि.स.)। पैरालिंपिक खेल 2024 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक खिलाड़ी नवदीप सिंह का मानना है कि खेलो इंडिया पैरा गेम्स पैरा एथलीटों के निरंतर विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, और यह देश में पैरा खेलों को बढ़ावा देने में सरकार की गहरी दिलचस्पी को दर्शाता है।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स (केआईपीजी 2025) का दूसरा संस्करण गुरुवार (20 मार्च) से शुरू होने वाला है। अर्जुन पुरस्कार विजेता एथलीट ने बताया कि कैसे यह टूर्नामेंट पैरा एथलीटों के लिए खेल इकोसिस्टम विकसित करने में मदद कर रहा है।
नवदीप ने साई मीडिया से कहा, केआईपीजी 2025 वरिष्ठ एथलीटों के लिए एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने का एक बेहतरीन मंच है। हम हर समय एक-दूसरे को प्रेरित भी करते हैं। यह हमें अपने प्रशिक्षण मॉड्यूल का परीक्षण करने और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से पहले अपनी ताकत और कमजोरियों का अभ्यास करने में मदद करता है। हमें नवोदित एथलीटों से मिलने और प्रतियोगिताओं पर अलग-अलग विचारों और विचारों का आदान-प्रदान करने का भी मौका मिलता है।
उल्लेखनीय है की नई दिल्ली में तीन स्थानों - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, इंदिरा गांधी स्टेडियम और डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज - में सात दिवसीय टूर्नामेंट में 1200 से अधिक एथलीट भाग लेंगे।
खेलो इंडिया पैरा गेम्स का उद्घाटन संस्करण दिसंबर 2023 में हुआ और सफल साबित हुआ। केआईपीजी के पहले संस्करण में भाग लेने वाले कम से कम 25 एथलीट पेरिस में 2024 पैरालिंपिक के लिए भारत के 84 सदस्यीय दल में शामिल थे।
नवदीप सिंह ने केआईपीजी 2023 में भी भाग लिया था और रजत पदक जीता था। पेरिस में, उन्होंने एफ़41 श्रेणी में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता। पैरा भाला फेंक खिलाड़ी ने बताया कि कैसे घरेलू स्तर के टूर्नामेंट देश में प्रतिभाओं को सामने लाने में मदद करते हैं और कई खेलों में भारत के लिए पैरा एथलीटों की एक पाइपलाइन बनाते हैं।
24 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, पेरिस पैरालिंपिक में भारत के प्रदर्शन के बाद पैरा खेलों में रुचि बढ़ रही है, जिसमें कई युवा खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं। मुझे विश्वास है कि खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2025 में भी कई नए एथलीट भाग लेंगे। मुझे उम्मीद है कि देश को नई प्रतिभाएं देखने को मिलेंगी, जिससे भविष्य की संभावनाओं को पहचानने में मदद मिलेगी।
नवदीप ने आगे कहा, “घरेलू टूर्नामेंट पैरा एथलेटिक्स के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। हाल ही में संपन्न विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स 2025 में कई नए एथलीटों को भी शामिल किया गया और उन्हें अवसर मिले। केआईपीजी 2025 देश में प्रतिभाओं को सामने लाने में मदद करेगा।”
केआईपीजी 2025 में छह खेलों में भाग लेने वाले एथलीटों की एक बेहतरीन लाइन-अप दिखाई देगी। इस सूची में पेरिस 2024 के स्वर्ण पदक विजेता हरविंदर सिंह (तीरंदाजी), धरमबीर (क्लब थ्रोअर) और प्रवीण कुमार (ऊंची कूद) शामिल हैं। चीन के हांग्जो में 2022 एशियाई पैरा खेलों के पदक विजेता भी प्रतिस्पर्धा करेंगे। टूर्नामेंट में भाग लेने वाले 50 से अधिक पैरा-एथलीट 2028 एलए ओलंपिक चक्र के लिए साई की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स ) कोर ग्रुप का भी हिस्सा हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे