हिप्र के शिमला जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर दिल्ली से आई फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, 25 मिनट तक फंसे रहे यात्री, बड़ा हादसा टला

-उपमुख्यमंत्री और डीजीपी समेत 30 यात्री थे सवार
शिमला, 24 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट की लैंडिंग के दौरान पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा, जिससे विमान रनवे से थोड़ा आगे निकल गया। गनीमत रही इससे काेई नुकसान नही हुआ।इस फ्लाइट में हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अतुल वर्मा सहित 30 यात्री सवार थे। इस विमान में 25 मिनट तक यात्री फंसे रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इस समस्या को उठाएंगे।
यह घटना सोमवार सुबह 8:20 बजे की है, जब यह विमान राजधानी दिल्ली से शिमला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर पहुंचा, तो रनवे पर लैंडिंग के दौरान विमान सही तरीके से नियंत्रित नहीं हो पाया और पायलट को मजबूरी में इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा। इस कारण विमान रनवे के निर्धारित स्थान से आगे बढ़ गया और कुछ देर तक वहीं रुका रहा। फ्लाइट में मौजूद यात्रियों को करीब 25 मिनट तक विमान के अंदर ही इंतजार करना पड़ा। यात्री इस दौरान किसी अनहोनी की आशंका से चिंतित थे। हालाँकि, कुछ देर बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अधिकारियों ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
रनवे की लंबाई बनी समस्या-
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जो इसी फ्लाइट में दिल्ली से शिमला लौट रहे थे, उन्होंने बताया कि जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट का रनवे पहले से ही छोटा है और संभवतः इसी वजह से विमान को लैंडिंग में समस्या हुई। उन्होंने कहा कि शायद रनवे छोटा पड़ गया, इस कारण पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगानी पड़ी। फ्लाइट में करीब 30 यात्री सवार थे, जिन्हें लैंडिंग के बाद करीब 20-25 मिनट तक विमान में ही रहना पड़ा।
इस घटना के बाद शिमला से धर्मशाला जाने वाली फ्लाइट को भी रद्द करना पड़ा। इससे कई यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। यात्रियों को पहले से इसकी जानकारी नहीं थी, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई।
मुख्यमंत्री बोले-केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय से उठाएंगे मामला
इस घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि राज्य सरकार इसे केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समक्ष उठाएगी। उन्होंने कहा कि डीजीपी के माध्यम से फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिली है। हम इस मामले को केंद्र के उड्डयन विभाग के साथ उठाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि फ्लाइट में सवार सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। हालाँकि इमरजेंसी लैंडिंग के सटीक कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि शिमला शहर से जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट की सड़क से दूरी लगभग 24 किलोमीटर है। जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट का रनवे 1200 मीटर है। इस वजह से यहां 42 सीटर छोटे विमान ही उतरते हैं। जानकारी अनुसार नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के विस्तार की योजना तैयार की है। प्रस्तावित योजना के तहत रनवे को 1500 मीटर तक बढ़ाया जाएगा, जिससे यहां 42 सीटर की बजाय 72 सीटर विमान भी लैंड कर सकेंगे। एयरपोर्ट के अपग्रेड होने से प्रदेश में हवाई यातायात को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी। लंबे समय से छोटी हवाई पट्टी के कारण यहां नियमित उड़ानों में दिक्कत आ रही थी। रनवे के विस्तार के बाद बड़े विमान उतर सकेंगे जिससे हवाई सेवाएं सुचारु होंगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा