हिंदी नव लेखक शिविर में नए लेखकों का मार्गदर्शन करेंगे डॉ. रामदास तोंडे

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मुंबई, 16 मार्च, (हि.स.)। भारत सरकार के केंद्रीय हिंदी निदेशालय ने संत गोन्सालो गार्सिया महाविद्यालय, वसई के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रामदास नारायण तोंडे का ‘मार्गदर्शक और साहित्यकार’ के रूप में चयन किया है। वे आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टणम के संत जोसेफ महिला महाविद्यालय एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 8 दिवसीय ‘हिंदीतर भाषी हिंदी नव लेखक शिविर’ में देशभर से आनेवाले नए लेखकों का मार्गदर्शन करेंगे।

यह शिविर 21 मार्च से 28 मार्च तक आयोजित किया गया है। हिंदीतर भाषी नवलेखकों की लेखन प्रतिभा को उजागर करने, उन्हें साहित्य की विविध विधाओं, सृजनात्मक लेखन, अनुवाद, पत्रकारिता आदि की जानकारी देने तथा उन्हें हिंदी साहित्य की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए डॉ.रामदास तोंडे के अनुभव और विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए आमंत्रित किया गया है।

डॉ. तोंडे की आत्मकथा 'सफर में धूप तो होगी' को 2023-24 का महाराष्ट्र सरकार का महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। उनकी 'शतरंज के खिलाड़ी', 'असिस्टेंट प्रोफेसर', 'साहित्य और सिनेमा', 'साहित्य, सिनेमा और समाज', 'सिनेमा के विविध आयाम' ये किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके इस चयन के लिए महाविद्यालय के प्रशासक फादर थॉमस लोपेज, प्राचार्य डॉ. सोमनाथ विभूते, उप-प्राचार्या सरिथा कुरियन, रजिस्ट्रार विमला रिबेलो और विविध विभागों के प्राध्यापकों ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार