चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामला : शव मिलने से कुछ दिन पहले हुई थी मौत, नहीं मिले चोट के निशान

शिमला, 23 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के मुख्य अभियंता विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की गुत्थी और उलझती जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनका निधन उनके शव मिलने से करीब पांच-छह दिन पहले ही हो चुका था और शव पर चोट के निशान नहीं हैं। हालांकि यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि उनकी मौत पानी में डूबने से हुई या किसी और कारण से। इसे स्पष्ट करने के लिए पुलिस ने डायटम टेस्ट और फॉरेंसिक जांच के लिए बिसरा सुरक्षित कर लिया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार विमल नेगी की मृत्यु 11 मार्च की रात या 12 मार्च की सुबह हो चुकी थी। वे 10 मार्च को शिमला से बिलासपुर के लिए रवाना हुए थे और नौणी के पास उतरने के बाद लापता हो गए थे। अगले दिन परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट शिमला के सदर थाने में दर्ज कराई थी। लंबी तलाश के बाद 18 मार्च को बिलासपुर के गोविंद सागर झील से स्थानीय मछुआरों की सूचना पर पुलिस ने उनका शव बरामद किया।
इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए शिमला पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) की अध्यक्षता में सात सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है। इस टीम में पुलिस अधिकारियों के साथ फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जो हर पहलू से जांच कर रहे हैं।
वहीं मृतक के परिजन इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा रही है। विधानसभा में भी इस प्रकरण की गूंज सुनाई दी है। मृतक की पत्नी किरण नेगी और परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच जारी है और अगर इनमें सत्यता पाई जाती है, तो कई अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
इस बीच इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों से घिरे एचपीपीसीएल के पूर्व निदेशक (विद्युत) देश राज ने गिरफ्तारी से बचने के लिए हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। शनिवार को इस याचिका पर सुनवाई हुई जिसमें पुलिस ने अपनी स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की। न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह की बेंच ने इस मामले की अगली सुनवाई 24 मार्च को निर्धारित की है और पुलिस को सप्लीमेंट्री स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल शिमला पुलिस ने विमल नेगी की पत्नी की शिकायत पर न्यू शिमला थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। इसमें पावर कोर्पोरेशन के पूर्व निदेशक विद्युत देश राज को नामजद किया गया है। इसके अलावा पावर कॉर्पोरेशन के तत्कालीन एमडी पर भी आरोप हैं। राज्य सरकार ने इन दोनों अधिकारियों को पावर कॉर्पोरेशन से हटा दिया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा