ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 74.17 लाख की ठगी करने वाला शातिर को महाराष्ट्र से पकड़ा

जयपुर, 2 अप्रैल (हि.स.)। साइबर थाना पुलिस ने 74 लाख रुपए से अधिक की साइबर ठगी के मामले का खुलासा कर एक आरोपी को महाराष्ट्र से पकड़ा है। आरोपी को जयपुर लाकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। वह लोगों को वाट्सएप पर मैसेज भेजकर शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट का झांसा देता और अलग-अलग बैंक खातों में रुपए जमा करवाकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। वारदात के लिए शातिर अपराधी अलग-अलग मोबाइल सिम का इस्तेमाल करता था।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) कुंदन कंवरिया ने बताया कि 74.17 लाख रुपए की साइबर ठगी के मामले में आरोपी तुषार वासुदेव पुस्तके निवासी दहिवडी तालुका मान जिला सातारा (महाराष्ट्र) को गिरफ्तार किया गया है। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर करीब 40-50 बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर करवाए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी के द्वारा ऑनलाइन शेयर मार्केट मे इन्वेस्ट के नाम पर लोगों के साथ साइबर धोखाधड़ी के लिए पहले एक फर्जी व्हाटसएप नम्बर पर सम्पर्क किया जाकर अपने व्हाटसएप ग्रुप में इन्वेस्टमेंट करने के लिये जोड़ा जाता है। फिर फर्जी लुभावने विज्ञापनों के बार में जानकरी देते है। जिसमें मोटे मुनाफे का लालच दिखाया जाता। उसके बाद एक वेब पेज का लिंक भेजकर रजिस्टेशन करवा कर शेयर मार्केट में इ्रन्वेस्टमेंट शुरू करवाकर धोखाधडी की जाती है। बदमाश धोखाधड़ की राशि अलग-अलग बैंक खातों में डिपोजित करवाते थे। डिपोजित राशि का लेन देन वेब पेज पर दर्शाते है। शुरूआत में पीड़ित से छोटे-छोटे अमाउण्ट इन्वेस्ट करवाते है और उसका फर्जी मुनाफा उसके मोबाईल पर वेब पेज पर दर्शा कर पीडित का विश्वास जीत लिया जाता था। इसके बाद खाते में मोटा अमाउण्ट इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित किया जाता और उसके पेज पर अधिक मुनाफा दिखाकर जाता। इसके बाद विभिन्न प्रकार के टैक्स (इन्कम टैक्स, सर्विस टैक्स, मेम्बर एवं वीआईपी चार्जेज) लगा कर विड्रो करने से पीडित को रोकते और जब पीड़ित व्यक्ति अपनी राशि निकालने के लिए दबाव डालता है तो मोबाइल बन्द कर लेते है या ग्रुप से हटा देते है।
अलग-अलग बैंक खातों में जमा करवाए रुपए
पुलिस उपायुक्त (अपराध) ने बताया कि परिवादी ने 15 जनवरी को साइबर ठगी का मामला साइबर अपराध थाने में दर्ज करवाया था कि शेयर मार्केट में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर उससे अलग-अलग ट्रांजेक्शन कर 74.17 लाख रुपए की ठगी की गई। पुलिस ने तकनीकी रूप से अनुसंधान किया तो सामने आया कि शातिर आरोपी के अलग-अलग खातों में 23 लाख रुपए से अधिक राशि का ट्रांजेक्शन किया गया। मोबाइल नंबर की पड़ताल में सामने आया कि आरोपी महाराष्ट्र के सतारा जिले का निवासी है। जांच पड़ताल में आरोपी का जो पता मिला, पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी नहीं मिला। इसके बाद मुखबिरों से जानकारी जुटाकर आरोपी तुषार वासुदेव पुस्तके को हिरासत में लिया और उसे जयपुर लाकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में साइबर ठगी की कई और वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश