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काजी नज़रुल इस्लाम महाविद्यालय चुरुलिया में आठ दिवसीय हिंदीतर भाषी हिंदी लेखन कार्यशाला आयोजित

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काजी नज़रुल इस्लाम महाविद्यालय चुरुलिया में आठ दिवसीय हिंदीतर भाषी हिंदी लेखन कार्यशाला आयोजित


आसनसोल, 15 दिसंबर (हि. स.)। भारत सरकार नई दिल्ली के हिंदी निदेशालय शिक्षा मंत्रालय उच्चतर शिक्षा विभाग एवं काजी नज़रुल इस्लाम महाविद्यालय चुरुलिया आसनसोल पश्चिम बंगाल की ओर से सोमवार को आठ दिवसीय हिंदीतर भाषी हिंदी नवलेखक कार्यशाला आयोजित किया गया। यह कार्यशाला 15 दिसंबर से 22 दिसंबर तक काजी नज़रुल इस्लाम महाविद्यालय चुरूलिया के सभागार में आयोजित की गई। सोमवार को कार्यक्रम में काजी नज़रुल इस्लाम महाविद्यालय के प्रचार्य डॉक्टर म मतीलाल सेन ने स्वागत भाषण से कार्यक्रम की शुरुआत की। वहीं कार्यशाला का परिचय सत्र सीएचडी नई दिल्ली के भाषा विभाग के सहायक निदेशक नाथूलाल ने किया। राजीव गांधी यूनिवर्सिटी इटानगर अरुणाचल प्रदेश के हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार पांडे ने मुख्य अतिथि के रूप में अपना वक्तव्य पेश किया। सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हिंदी गुवाहाटी असम के क्षेत्रीय निदेशक डॉ चंद्रशेखर चौबे ने भी अपने वक्तव्य पेश किया। देशबंधु महाविद्यालय चितरंजन पश्चिम बंगाल के सहायक प्रोफेसर डॉ कल्पना पंत ने कार्यशाला में शामिल विद्यार्थियों को अपने अनुभव साझा किये। कार्यशाला के संयोजक डॉ सुनील कुमार साव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

केन्द्रीय हिंदी निदेशकालय के सहायक प्रोफेसर नथूलाल ने कहा कि आठ दिवसीय कार्यशाला में देश के विभिन्न प्रांतो से पहुंचे प्रतिभागियों को एक-दूसरे की सांस्कृतिक धरोहर का आदान-प्रदान करेगे। नये लखको की समस्याओं का सामाधान शिविर में मौजूद विद्वानों के द्वारा होगा। नवलेखकों को प्रोत्साहित करने के लिये नये-नये टिप्स साहित्यकारों के द्वारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आसनसोल में काजी नजरूल जैसे महापुरूष की धरती पर साहित्यिक मिलन समारोह का आयोजन हो रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष विश्वकर्मा