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कृष्णा आश्रम में श्रद्धापूर्वक मनाया गया गुरु स्मृति महोत्सव

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हरिद्वार, 5 दिसंबर (हि.स.)। पुराना रानीपुर मोड़ स्थित कृष्णा आश्रम में तेरहवां गुरु स्मृति पर्व श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इस दौरान संत महापुरुषों ने गोलोकवासी महंत हेमकांत शरण महाराज को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें महान संत बताया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि साकेतवासी महंत हेमकांत शरण महाराज त्याग एवं तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे।

उन्होंने सदैव समाज को एकता के सूत्र में बांधकर धर्म के संरक्षण संवर्धन के लिए अपना जीवन समर्पित किया। राष्ट्र निर्माण में उनका तुल्य योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। बाबा हठयोगी ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। गोलोकवासी महंत हेमकांत शरण महाराज दिव्य महापुरुष थे। जिन्होंने सदैव भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त करते हुए कृष्णा आश्रम के अध्यक्ष महंत बिहारी शरण महाराज ने कहा कि महापुरुषों का जीवन समाज के उत्थान के लिए समर्पित होता है।

भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए अग्रणीय भूमिका निभाने वाले गोलोक वासी पूज्य महंत हेमकांत शरण महाराज युवा संतों के प्रेरणा स्रोत थे। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर धर्म एवं संस्कृति के उत्थान के लिए समर्पित रहना चाहिए। कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का अंकित शरण एवं श्रवण शंखधर ने फूलमाला पहनकर स्वागत किया।

इस दौरान महंत सूरज दास, अंकित शरण, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी ज्योतिर्मयानंद, स्वामी दिनेश दास, महंत सुतीक्ष्ण मुनी, महंत श्रवण मुनी, महंत अरुण दास, महंत गुरमीत सिंह, महंत नारायण दास पटवारी, श्रवण शंखधर, शिवांग भारद्वाज श्रेयांश शंखधर, दिव्यानी शंखधर, आकाश बहुखंडी, गौतम मिश्रा सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला