सूर्या ड्रोन शो 2024 : ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की नई ऊंचाई और आत्मनिर्भरता का नया युग
- 20-21 दिसंबर को देहरादून में होगा सूर्या ड्रोन शो, ड्रोन उद्योग में एक अभूतपूर्व कदम
देहरादून, 30 नवंबर (हि.स.)। रक्षा मंत्रालय और भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड की ओर से आयोजित सूर्या ड्रोन शो 2024 देश के ड्रोन उद्योग में एक अभूतपूर्व कदम साबित होगा। यह शो आगामी 20-21 दिसंबर को देहरादून छावनी के प्रसिद्ध जसवंत ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में भारतीय ड्रोन उद्योग के लिए अत्याधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत ड्रोन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाएगा, जो भारतीय रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र के लिए भविष्य की दिशा निर्धारित करेगा। उप निदेशक (रक्षा एवं एयरोस्पेस) सोमेंद्र गौतम ने बताया कि सूर्या ड्रोन शो 2024 का मुख्य उद्देश्य भारत को ड्रोन प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनाना और उसे वैश्विक स्तर पर तकनीकी स्वायत्तता की ओर प्रेरित करना है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफआईसीसीआई) द्वारा किया जा रहा है, जो भारतीय उद्योग और रक्षा क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
वरिष्ठ सहायक निदेशक हिमांशू रेवरिया ने बताया कि इस शो में विभिन्न प्रकार के ड्रोन प्रदर्शित किए जाएंगे, जो भारतीय रक्षा और सुरक्षा प्रणाली के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) ड्रोन : ये ड्रोन दुश्मन की गतिविधियों की निगरानी करने, खुफिया जानकारी जुटाने और टोही मिशन में उपयोगी होंगे। लोइटरिंग म्यूनिशन और कामिकाजी ड्रोन : इन ड्रोन का इस्तेमाल दुश्मन के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए किया जाएगा। लॉजिस्टिक्स ड्रोन : यह ड्रोन आपातकालीन परिस्थितियों में सामग्री की आपूर्ति करने के लिए उपयोगी होंगे। स्वार्म ड्रोन : एक साथ उड़ने वाले कई ड्रोन, जो सामूहिक हमले या निगरानी कार्यों के लिए उपयोगी होते हैं। फर्स्ट पर्सन व्यू (एफपीवी) ड्रोन : ड्रोन पायलट को ड्रोन के दृश्य से वास्तविक समय में दृष्टिकोण प्रदान करने वाले ड्रोन। विशिष्ट क्षमता/भूमिका वाले ड्रोन : जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (ईडब्ल्यू), सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर), संचार खुफिया (सीओएमआईएनटी) और इलेक्ट्रॉनिक खुफिया (ईएलआईएनटी)। ग्राउंड और अंडरग्राउंड ड्रोन : ये ड्रोन कठिन इलाकों में कार्य करने के लिए सक्षम होंगे, जैसे युद्धक्षेत्र के भीतर या भूमिगत स्थानों पर। काउंटर ड्रोन सिस्टम : ये सिस्टम उन ड्रोन का सामना करने के लिए बनाए गए हैं जो दुश्मन के द्वारा हमला करने या जानकारी जुटाने के लिए भेजे गए हों।
इस शो का मुख्य आकर्षण ड्रोन प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करना है, जिसमें चपलता, गतिशीलता और अगली पीढ़ी के एआई-संचालित एकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कार्यक्रम भारतीय ड्रोन उद्योग के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, जो ड्रोन प्रौद्योगिकी में स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने और उसे आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारतीय सेना और रक्षा उद्योग के लिए मंच प्रदान करेगा सूर्या ड्रोन शो जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि सूर्या ड्रोन शो 2024 भारतीय सेना और रक्षा उद्योग के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा, जहां भारतीय निर्माताओं, विशेषज्ञों और उद्योग नेताओं को एक साथ लाकर नए विचारों और नवाचारों को साझा किया जा सकेगा। यह कार्यक्रम ड्रोन तकनीकी क्षेत्र में भारतीय उद्योग के योगदान को बढ़ावा देने के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र के भीतर सहयोग और साझेदारी को भी मजबूत करेगा। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सभी भारतीय ड्रोन निर्माताओं को आमंत्रित करती है। यह आयोजन भारतीय ड्रोन उद्योग में सहयोग, नवाचार, और प्रौद्योगिकी के उन्नयन का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा। इस आयोजन में भाग लेने और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए मोबाइल नंबर +91-9818928452, +91-9654251077 पर संपर्क कर सकते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण