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मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए अभियान का शुभारंभ : संजय सिंह

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मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए अभियान का शुभारंभ : संजय सिंह


मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए अभियान का शुभारंभ : संजय सिंह


जौनपुर, 08 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा 5000 हजार स्कूलों को बंद कर दिया गया है।जनपद में कुल 110 विद्यालयों को बंद कर दूसरे विद्यालयों में मर्ज किया गया है। विद्यालयों के मर्ज करने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने अभियान चलाया है।इसी क्रम बुधवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सरकार के स्कूलों के मर्जर के खिलाफ जौनपुर से अभियान की शुरूआत किया।संजय सिंह ने पकड़ी ब्लॉक के मीरगंज खास गांव में स्थित प्राइमरी विद्यालय पहुंचे और वहां बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात किया। उन्होंने अभिभावकों को आश्वस्त किया हाईकोर्ट ने हमारी बात नहीं सुनी है।हम इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट जायेंगे।साथ ही उन्होंने मीरगंज खास में बंद हुए स्कूल से बच्चों के साथ पदयात्रा करते हुए ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए मर्ज हुए प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचे और लोगों को संबोधित किया।

आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि स्कूलों का मर्जर शब्द चालाकी भरा शब्द है स्कूल बंद कर दिया गया हैमीरगंज खास से चलकर मैं मीरगंज पहुंचा हूं जहां सरकार इन स्कूलों को मर्ज करने का दावा कर रही है हम बच्चों के साथ ढाई किलो मीटर पैदल चलकर आए हैं छोटे-छोटे बच्चे हैं जो विभिन्न क्लासों में पढ़ते हैं यह गरीबों के बच्चे हैं किसी का पिता मजदूरी करता है किसी का पिता इस दुनिया में नहीं है और गरीब झोपड़ी में रहकर अपना जीवन किसी तरह चलते हैं यह छोटे मासूम बच्चे ढाई किलोमीटर पैदल चलकर कैसे आएंगे और कैसे जाएंगे कोई दुर्घटना हो जाए कोई घटना हो जाए तो इसका जवाब कौन देगा मोदी जी लेंगे योगी जी देंगे या हाई कोर्ट के जज साहब देंगे जिन्होंने यह फैसला सुनाया है या वह आईएएस अधिकारी जिनके बच्चे बड़े-बड़े स्कूल पढ़ने जाते हैं जिन्होंने यह नीति बनाई है वह जवाब देंगे मैं इसका विरोध कर रहा हूं इस मामले को लेकर मैं सुप्रीम कोर्ट जा रहा हूं।

आज से हमारा मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए अभियान का शुभारंभ जौनपुर से किया जा रहा है जो पूरे प्रदेश में चलेगा । हाई कोर्ट का आदेश बहुत ही अफसोजनक है यह शिक्षा के अधिकार का खुला उल्लंघन है शिक्षा के अधिकार के कानून की प्रदेश में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं आपको स्कूल इनका बचाना ही होगा और उनके स्कूल का अधिकार इनको देना ही होगा हम इसका विरोध करते हैं। सरकार ने पहले ही 26000 स्कूल बंद कर दिया था अब 27000 हजार स्कूल बंद करने जा रहे हैं 5000 पहले चरण में बंद कर चुके हैं 27 हजार 300 सौ मधुशालाएं उत्तर प्रदेश में खोली जा चुकी है उत्तर प्रदेश में 42लाख छात्रों ने 4 साल में प्राइमरी शिक्षा छोड़ी है आपके बच्चे अनपढ़ रहेंगे यहां के बच्चे गंवार रहेंगे यहां के बच्चे शिक्षा से दूर रहेंगे और आप मौज करते रहें यह हम नहीं चलने देंगे। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदतर है हर जिले में हत्या और रेप के केस सुनाई पड़ रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव