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यूपी बोर्डः हाईस्कूल, इण्टर की कापियों का 103 वर्ष बाद बदला लेआउट

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यूपी बोर्डः हाईस्कूल, इण्टर की कापियों का 103 वर्ष बाद बदला लेआउट


-नकल माफियाओं की कमर तोड़ने को उठाया सख्त कदम-प्रदेश के चार सरकारी प्रेसों में छप रही 2.60 करोड़ कापियां-कापियों की अदला बदली की गुंजाइश पूरी तरह से होगी खत्म : बोर्ड सचिव

प्रयागराज, 05 दिसम्बर (हि.स.)। यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा को नकल विहीन कराने और नकल माफिया की कमर तोड़ने के लिए अब तक कई कड़े कदम उठाए हैं। यूपी बोर्ड के 103 वर्ष से भी पुराने इतिहास में इस बार नकल रोकने के लिए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं यानी कापियों के लेआउट को ही पूरी तरह से बदल दिया है। यूपी बोर्ड ने ऐसा इसलिए किया है ताकि कॉपियों की अदला बदली न की जा सके। इन कापियों में सुरक्षा के कड़े प्रावधान भी किए गए हैं।यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का दावा है कि इससे कापियों की अदला -बदली की गुंजाइश पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। यूपी बोर्ड की वर्ष 2026 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इस बार 18 फरवरी से 12 मार्च की बीच आयोजित की जाएंगी। यूपी बोर्ड की परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट को मिलाकर 52 लाख 30 हजार 297 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं, जिसमें हाईस्कूल में 27 लाख 50 हजार 945 और इंटरमीडिएट में 24 लाख 79 लाख 352 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इन परीक्षार्थियों के लिए यूपी बोर्ड करीब 2 करोड़ 60 लाख उत्तर पुस्तिकाओं यानी कापियों की छपाई करा रहा है। यह उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा से पहले जनवरी माह में जिलों में भेज दी जाएंगी।

यूपी बोर्ड ने कापियों की अदला-बदली और नकल रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाया है। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि कॉपियों का लेआउट पूरी तरह से चेंज कर दिया गया है। इसके पूर्व जहां कॉपियां चौड़ाई में होती थी। वहीं इस बार परीक्षार्थियों को लम्बाई के ले आउट में कॉपियां मिलेगी यानी कि जिस तरह की कापियों में छात्र आमतौर पर लिखते हैं। उसी तरह से उन्हें लिखने का मौका मिलेगा। यूपी बोर्ड के इतिहास में कॉपियों के लेआउट में पहली बार बदलाव किया जा रहा है।

यूपी बोर्ड सचिव कहना है कि परीक्षार्थी जिस लेआउट में अब तक लिखते आ रहे हैं, उसी प्रारूप में अगर लिखेंगे तो उन्हें अच्छा अनुभव होगा और उनकी परफॉर्मेंस भी बेहतर होगी। इसके अलावा उत्तर पुस्तिकाओं की डुप्लीकेसी न हो सके इसके लिए कई सख्त कदम उठाए गए हैं। इन उत्तर पुस्तिकाओं का प्रकाशन प्रयागराज, लखनऊ, वाराणसी और रामपुर जिले में स्थित गवर्नमेंट प्रेस यानी राजकीय मुद्रणालय से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कॉपियों में पहले से ही कलर कोडिंग और सिलाई की व्यवस्था होती थी, ताकि कापियों के पन्ने न बदले जा सकें लेकिन इस बार कापियों के कलर में भी बदलाव किया गया है। इंटरमीडिएट की ए कॉपी 24 पेज की होगी। जिसके प्रथम पेज पर मजेंटा कलर से डिटेल प्रिंटिंग की गई होगी।

वहीं इंटरमीडिएट की बी कॉपी 12 पेज की होगी जो कि ग्रीन कलर की होगी, जबकि हाईस्कूल की ए कापी ब्राउन कलर की होगी और यह 18 पेज की होगी। वहीं बी कापी भी ग्रीन कलर की होगी और 12 पेज की होगी। इन कापियों में खास बात यह होगी कि हर पेज पर माध्यमिक शिक्षा परिषद का मोनोग्राम अंकित होगा, ताकि किसी तरह से कॉपियों की अदला बदली या डुप्लीकेसी न की जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र