मनरेगा में मजदूरी करने वाले गरीब का बेटा बना दरोगा

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मनरेगा में मजदूरी करने वाले गरीब का बेटा बना दरोगा


गरीबी का दंश झेलकर परिवार और गांव का किया नाम रोशन

हमीरपुर, 28 मार्च (हि.स.)। सरीला तहसील क्षेत्र के लोधीपुरा गांव निवासी एक गरीब किसान का बेटा आकाश राजपूत जो विपरीत परिस्थिति व हालातों से लड़ते हुए दरोगा बनने का सफर तय कर अपनी माता, पिता परिवारीजनों और गांव समेत सम्पूर्ण क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है।

गरीब किसान आराधना जुझार सिंह के पुत्र आकाश राजपूत फिलहाल बतौर दरोगा के पद पर गाजियाबाद के थाना सिहानीगत पर तैनात है। आकाश ने हाईस्कूल की पढ़ाई उरई के एसबीएम स्कूल से सेकेण्ड डिवीज़न में 2009 मे उत्तीर्ण की। वही बारहवीं की परीक्षा बाल भारती इंटर कॉलेज उरई से 48 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की। स्नातक की पढ़ाई की प्रथम वर्ष के समय ही पिता जुझार सिंह की मृत्यु फरवरी 2012 में हार्ट अटैक से हो गई। पिता के नाम एक एकड़ जमीन मात्र थी, जिसमे घर का भरण पोषण सहित पढ़ाई आदि का खर्चा चलता था। पिता के मृत्यु के बाद पढ़ाई बंद कर आकाश ने मां के साथ खेती, मनरेगा व दिल्ली में जाकर मजदूरी कर घर का भरण पोषण करने लगा। माँ के कहने पर साथ में स्नातक की पढ़ाई करसान के लक्ष्मी चरण डिग्री कॉलेज से 2014 मे उत्तीर्ण की। वर्ष 2014 से 2018 तक पढ़ाई स्थगित रही। उपरांत इसके 2018 में दयानंद महाविद्यालय उरई से परास्नातक राजनीति विज्ञान से किया साथ ही वही उरई से पुलिस की तैयारी में लगा रहा। साथ ही गांव मे विकास करने के लिए राजनीति मे आकर माँ आराधना जुझार सिंह ने 2000 से 2020 तक रहे वर्तमान प्रधान देवी शरण के विपक्ष में चुनाव मैदान मे प्रधानी का चुनाव लड़ा जिसमे हार का सामना करना पड़ा।

वर्तमान सरकार में निकली पुलिस भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल कर कांस्टेबल बनकर आगामी उपनिरीक्षक नागरिक भर्ती की परीक्षा की तैयारी भी करता रहा। उसकी सफलता रंग लाई और वह दरोगा बनने की परीक्षा उत्तीर्ण कर दिसम्बर 2021 में विभागीय प्रशिक्षण के बाद 2024 से गाजियाबाद के थाना सिहानीगेट में तैनाती ले गांव सहित क्षेत्र का नाम रोशन किया। वहीं जानकारों की माने तो नवयुवकों और क्षेत्र में मिल रहे जनसमर्थन को देखते हुए पत्नी रिचा राजपूत को आगामी 2026 में बतौर जिला पंचायत सदस्य के चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी मे जुटा दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा