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महाकुम्भ से पूर्व ही प्रकाशमान हो उठा संगम तट 

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महाकुम्भ से पूर्व ही प्रकाशमान हो उठा संगम तट 


- प्रयागराज में भी मनाया गया दिव्य-भव्य दीपोत्सव

- प्रयागराज में मां गंगा यमुना की आरती के साथ किया गया दीप प्रज्ज्वलन

- संगम तट पर जुटे सैकड़़ों श्रद्धालुओं ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया दीपदान

प्रयागराज, 30 अक्टूबर (हि.स.)। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस वर्ष पहले दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सीएम योगी की प्रेरणा से अयोध्यावासी इस वर्ष 25 लाख दीयों के प्रज्जवलन का नया गिनीज़ बुक रिकॉर्ड बना रहे हैं। सीएम योगी और अयोध्यावासियों के उत्साह से प्रेरित होकर संगमनगरी में भी दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया गया।

प्रयागराज में संगम तट और यमुना नदी के किनारे बलुआघाट में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें सैकड़ों की संख्या में प्रयागराज वासियों ने मां गंगा और यमुना की आरती की और दीप प्रज्ज्वलित कर संगम तट को प्रकाशमान कर दिया।

-गंगा मइया की जय का हुआ उद्घोष

दीपावली से पूर्व दीपोत्सव पर बुधवार को प्रयागराजवासियों ने संगम तट पर एकत्रित होकर मां गंगा की आरती की और दिये जलाकर संगम तट को प्रकाशमान कर दिया। सैकड़ों की संख्या में प्रयागराजवासियों ने प्रभु श्रीराम, गंगा मईया और सनातन धर्म की जय का उद्घोष किया। इसके साथ ही यमुना नदी के तट पर बलुआघाट में भी यमुना आरती समिति के लोगों के साथ सैकड़ों लोगों ने दीपदान और घाटों पर दिये जलाकर दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया। साथ ही प्रयागराज के मंदिरों में छोटी दीपावली और हनुमान जयंती का पर्व का भी दीप प्रज्ज्वलन के साथ मनाया गया।

- देव दीपावली पर और बड़ा होगा आयोजन

सामान्य तौर पर प्रयागराज में देव दीपावली का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है लेकिन सीएम योगी की पहल पर अयोध्या में ऐतिहासिक दीपोत्सव से प्रभावित होकर पूरे प्रदेश में गंगा और यमुना के तटों पर लोग जन सहभागिता से दीपोत्सव कार्यक्रम का उत्सव मनाते हैं।

इसी क्रम में प्रयागराज में भी लोगों ने बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलित किए और गंगा आरती के साथ दीपदान कार्यक्रम में हिस्सा लिया। देव दीपावली पर भी यहां भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। यह कार्यक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि आगामी दो माह के बाद प्रयागराज दुनिया के सबसे बड़े आयोजन महाकुम्भ का साक्षी बनने जा रहा है। इसी संगम तट पर लाखों और करोड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा होगा, जो दीपोत्सव की तरह कई रिकॉर्ड स्थापित करेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र