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कमिश्नर ने रामनगर मल्टी-मॉडल टर्मिनल परियोजना के कार्यों को पूरा करने के दिए निर्देश

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कमिश्नर ने बंदरगाह पर खड़ी एमवी बंगाल गंगा, हाइड्रोजन जहाज का किया निरीक्षण

वाराणसी,05 मई (हि.स.)। रामनगर स्थित मल्टी मॉडल टर्मिनल फ्रेट विलेज में चल रहे विकास कार्यों को रफ्तार देने के लिए सोमवार को

कमिश्नर ने परियोजना स्थल का जायजा लिया। उन्हाेंने परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति काे परखा और आसपास की कालोनियों तथा घरों से आने वाले सीवर के प्रस्तावित एसटीपी समेत मल्टीमीडिया मॉडल जेट्टी को भी देखा। उन्होंने अफसरों से इसको लेकर विमर्श के बाद आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

इस एसटीपी का सिंचाई विभाग, जल निगम, नमामि गंगे और भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण की संयुक्त टीम सर्वे कर रही है। मंडलायुक्त ने भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण की ओर से बंदरगाह पर खड़ी एमवी बंगाल गंगा, एसएल जाह्नवी तथा नवीन हाइड्रोजन आधारित पोत (एच-2 बोट) का भी निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम की नावों की स्थिति का भी अवलोकन किया। इस दौरान वाराणसी और चंदौली जिले की

सीमा पर स्थित 100 एकड़ भूमि का भी निरीक्षण किया गया, जिसे एनएचएलएमएल कंपनी द्वारा एक अत्याधुनिक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसे फ्रेट विलेज के रूप में भी जाना जायेगा। इस परियोजना स्थल से 650 मीटर की दूरी पर स्थित एनएच-7 औऱ एनएच-2 को सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा।

वहीं जीवनाथपुर जंक्शन से विलेज तक 5.1 किमी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इससे नई दिल्ली-हावड़ा रेल फ्रेट कॉरिडोर औऱ फ्रेट विलेज का भी जुड़ाव होगा। इसके जरिए पूर्वोत्तर भारत से दक्षिण भारत तक माल ढुलाई का गलियारा (कॉरिडोर) स्थापित किया जा सकेगा। फ्रेट विलेज राल्हूपुर मल्टीमॉडल टर्मिनल से भी जोड़ा जायेगा। इसके जुड़ने से राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर हल्दिया तक निर्बाध जलपरिवहन के जरिए कार्गों की ढुलाई होगी। भविष्य में यह परियोजना निवेश और रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर भी प्रदान करेगी। निरीक्षण के दौरान आईडब्ल्यूआई के वाराणसी प्रभारी आरपी पांडेय समेत अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी भी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी