देश के 500 ब्लॉकों में मीरजापुर के पटेहरा कला और हलिया ने मारी बाज़ी, बने विकास के रोल मॉडल

प्रदेश की रैंकिंग में टॉप पर पहुंचे दोनों विकास खंड, प्रशासन की मेहनत लाई रंग
प्रदेश स्तर पर नगर, राजगढ़ और पहाड़ी ने भी दर्ज की बड़ी छलांग
मीरजापुर, 6 मई (हि.स.)। विकास की दौड़ में अब पिछड़े माने जाने वाले क्षेत्रों से भी आगे निकलने की आवाज़ आ रही है—और मीरजापुर इसका जीता-जागता उदाहरण बन गया है। नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा मार्च 2025 में जारी आकांक्षात्मक विकास खंडों की ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में जिले के पटेहरा कला ब्लॉक को पूरे देश में पहला स्थान, और हलिया ब्लॉक को दूसरा स्थान मिला है। यह रैंकिंग भारत के कुल 500 आकांक्षात्मक विकास खंडों की प्रगति का मूल्यांकन करके जारी की गई है।
मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि यह उपलब्धि जिला प्रशासन, ब्लॉक स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों और फील्ड में तैनात फेलोशिप शोधार्थियों के समन्वित प्रयास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के मार्गदर्शन में योजनाओं की टाइमलाइन-आधारित निगरानी, नियमित फील्ड विज़िट और स्थलीय सत्यापन से कार्यों की गुणवत्ता और गति दोनों में सुधार हुआ है।
सीडीओ विशाल कुमार ने कहा कि यह रैंकिंग मीरजापुर की प्रशासनिक इच्छाशक्ति, पारदर्शिता और जमीनी स्तर पर मेहनत की पुष्टि है। अब हमारा लक्ष्य इन विकास खंडों को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करना है।
मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना से मिली रफ्तार
हर आकांक्षात्मक विकास खंड में मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के अंतर्गत शोधार्थी तैनात किए गए हैं, जिनकी जिम्मेदारी निर्धारित सूचकांकों पर कार्य कर, हर माह फील्ड में जाकर सत्यापन कर रिपोर्ट पोर्टल पर फीड करना है। इन शोधार्थियों ने जमीनी हकीकत और आंकड़ों के बीच की खाई को पाटने में बड़ी भूमिका निभाई है।
नियमित समीक्षा से आया बदलाव
प्रत्येक माह जिला विकास भवन में आकांक्षात्मक विकास खंडों की समीक्षा बैठक होती है, जिसमें हर इंडिकेटर की प्रगति को परखा जाता है। जिन क्षेत्रों में प्रगति राज्य औसत से कम पाई जाती है, वहां संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाते हैं।
प्रदेश रैंकिंग में भी मीरजापुर का दबदबा
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राज्य के 108 आकांक्षात्मक विकास खंडों की सूची भी तैयार की गई है, जिनकी रैंकिंग राज्य स्तर पर तय की जाती है। इस सूची में भी मीरजापुर के पांचों चयनित विकास खंडों ने शानदार प्रदर्शन किया है:
पटेहरा कला – प्रथम रैंक (प्रदेश स्तर)
हलिया – द्वितीय रैंक
नगर (सिटी) ब्लॉक – 10वीं रैंक
राजगढ़ – 13वीं रैंक
पहाड़ी – 24वीं रैंक
इन मापदंडों पर हुई रैंकिंग
सीडीओ ने बताया कि शासन द्वारा आकांक्षात्मक विकास खंडों के लिए पांच विषयगत क्षेत्रों को आधार बनाया गया है:
पोषण एवं स्वास्थ्य
शिक्षा
कृषि एवं जल संसाधन
वित्तीय समावेशन और कौशल विकास
आधारभूत अवसंरचना
इन क्षेत्रों के अंतर्गत कुल 50 इंडिकेटर निर्धारित किए गए हैं, जिनमें 25 मासिक, 2 त्रैमासिक, 9 अर्द्धवार्षिक और 13 वार्षिक सूचकांक शामिल हैं। प्रत्येक विकास खंड की प्रगति इन्हीं सूचकांकों के आधार पर आंकी जाती है।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा