ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर लविवि में लड्डू खिलाकर मनाई खुशियां

लखनऊ, 07 मई (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना के पराक्रम के उपलक्ष्य में प्रसन्नता व्यक्त करने के लिए अर्थशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर मनोज अग्रवाल के कक्ष अर्थशास्त्र विभाग में शिक्षक एवं शोध छात्र-छात्राओं ने लड्डू खिलाकर एक दूसरे को बधाइयां दिया।
इस अवसर पर भारतीय सेना का पराक्रम और आपरेशन सिन्दूर विषय पर बोलते हुए अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर मनोज अग्रवाल ने कहा कि अभूतपूर्व कार्यवाही है। सभी निशाना अचूक रहा है। अन्याय सहन करना सबसे बड़ा पाप है। भारत बहुत तेजी से आर्थिक और सामरिक रूप से उभर रहा है। सफल रणनीति के साथ यह सफल ऑपरेशन सिद्ध करता है कि भारत अब अन्याय नहीं सहेगा। आतंकियों के ठिकानों के नेस्तनाबूत कर भारतीय सेना अपना शौर्य प्रदर्शित किया है। हम सभी को बाहरी चुनाैतियों के साथ ही आंतरिक चुनौतियों पर विजय पानी है। जिस तरह से ऑपरेशन सिन्दूर कुशलता एवं सफलता का उत्कृष्ट प्रमाण है, उसी तरह से शोध में भी विद्यार्थियों को उत्कृष्टता लानी चाहिए।
एयरफोर्स से रिटायर्ड एवं अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. अशोक कुमार कैथल ने कहा कि भारतीय सेना कभी पीछे नहीं हटी है। स्ट्रेटजिक पॉइंट वो एरिया है, जहां से टेरोरिस्ट एक्टिविटी संचालित हो रही थी। यह चाइना को भी एक संदेश है। चाइना के द्वारा भारत के पड़ोसियों को इंफ्ल्यूएन्स किया जा रहा है। यह स्ट्राइक कर भारत की सामरिक शक्ति को प्रदर्शित करती है।
अंग्रेजी विभाग के विभगाध्यक्ष प्रो. ओमकार नाथ उपाध्याय ने कहा कि इस्लाम का प्रादुर्भाव ही विस्तारवादी सोच से हुआ। भारत कभी किसी को क्षति नहीं पहुंचाता है। जब कोई हमें क्षति पहुंचाता है तो पूरे सामर्थ्य से प्रतिकार करते है। सरकार का कार्य सराहनीय है ऐसे निर्णय सशक्त सरकार ही लेती है।
राजनीति विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि इस घटना ने मिलिट्री के साथ सभी देशवासियों को खड़ा कर दिया है। हम सभी जागरूक नागरिक बने युद्ध की कुछ रणनीतियां होती है उसी के अनुरूप यह कार्य हुआ है। पाकिस्तान तो दुश्मन है ही, लेकिन ख़तरनाक वे भी हैं जो देश में रहकर पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं।
अर्थशास्त्र विभाग की डॉ. शची राय ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सबसे अच्छा उत्तर है, कायराना हमले के लिए। जिन्होंने सुहागनों के सिंदूर पोछे थे या ऑपरेशन सिन्दूर सार्थक न्याय है।
जय नारायण पीजी कालेज के डॉ गिरिजेश त्रिपाठी ने कहा कि इस धरती पर सुर-असुर हमेशा से रहें है। हमेशा इस बात की चेतना बनी रहना चाहिए। हम सबको बुराइयों की खिलाफ सतत संघर्ष करते रहना और इसके लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ हरनाम सिंह ने कविता सिंदूर चढ़ाया बहनों ने, श्रंगार अभी तो बाकी है।
कल रात हुआ वो ट्रेलर था, पिक्चर तो अभी भी बाकी है सुनाकर कहा कि भारतीय सेना अपराजेय है। हमें सदैव आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए।
इस अवसर पर डॉ. दिनेश कुमार, डॉ अमित सिंह, डॉ एच एन प्रसाद, डॉ आर बी शर्मा, डॉ. एसजी पूरी, डॉ. सुचित्रा प्रसाद, डॉ. अनामिका पटेल, डॉ. गौरव सिंह, डॉ. दिनेश यादव, शोध छात्र रविकांत पांडेय, स्नेहा वर्मा, अंकित कुमार, विदुषी शुक्ला, विपिन कुमार, सुप्रिया सिंह, नित्या गुप्ता, स्वेता यादव, संदीप देशवाल, अंजली शर्मा, नम्रता पांडेय, अमरेंद्र प्रताप सहित शोध विद्यार्थियों ने अपने विचार व्यक्त कर खुशियां जताई।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन