एक विधान, एक प्रधान... डॉ. मुखर्जी के सपनों को भाजपा ने दिया सम्मान

- श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर दिखा राष्ट्रभक्ति का संकल्प मीरजापुर, 06 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद और राष्ट्रवादी विचारक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने उनके विचारों को स्मरण करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।पड़री के हाइटेक स्कूल में आयोजित गोष्ठी में भाजपा नेता मनोज जायसवाल ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन समर्पण, संघर्ष और राष्ट्रहित की भावना से ओतप्रोत था। वे दो प्रधान, दो विधान, दो निशान के प्रबल विरोधी थे और उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए जनआंदोलन चलाया।जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार ने धारा 370 और 35A को हटाकर डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार किया है। यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने बताया कि 11 मई 1953 को कांग्रेस सरकार ने उन्हें गिरफ़्तार किया और 23 जून को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष अशोक मौर्या ने की। जबकि देवेंद्र प्रताप सिंह ने संयोजक की भूमिका निभाई। वक्ताओं ने मुखर्जी के जीवन संघर्ष, वैचारिक प्रतिबद्धता और राष्ट्र के लिए उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा