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दुनिया कितना भी डिजिटल हो जाए लेकिन पुस्तक की उपयोगिता बनी रहेगी : प्रो अजय द्विवेदी

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दुनिया कितना भी डिजिटल हो जाए लेकिन पुस्तक की उपयोगिता बनी रहेगी : प्रो अजय द्विवेदी


जौनपुर, 30 नवम्बर (हि.स.)। नई दिल्ली स्थित न्यू एज इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के मोहम्मद इश्तियाक ने शनिवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय को विभिन्न विषयों की 56 पुस्तकों का उपहार दिया। मुख्य अतिथि प्रो. अजय द्विवेदी ने मोहम्मद इश्तियाक के पुस्तक भेंट की सराहना करते हुए इसे ज्ञान के क्षेत्र में एक महान कदम बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया कितना भी डिजिटल हो जाए लेकिन पुस्तक की उपयोगिता बनी ही रहेगी।

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर इसी तरह लोग पहल करते रहे तो विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी एक आदर्श लाइब्रेरी बन जाएगी। इस अवसर पर पुस्तकालय में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मानद पुस्तकालय अध्यक्ष प्रो. राज कुमार द्वारा अतिथियों के स्वागत करते हुए पुस्तकालय के महत्व और विद्यार्थियों के जीवन में पुस्तकों के योगदान पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किताबें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं। जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं। किताबें हमारे आसपास की दुनिया को समझने, सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं।

समारोह में विश्वविद्यालय के कई सम्मानित अधिकारी और शिक्षक भी मौजूद रहे। इनमें प्रो. सौरभ पाल, प्रो. देव राज, बायोटेक्नोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनीष कुमार गुप्ता, डॉ. कमलेश पाल, फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नृपेंद्र सिंह, प्रबंध अध्ययन संकाय से डॉ. परमेंद्र विक्रम सिंह और उद्देश्य सिंह प्रमुख थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भी भाग लिया। अतिथियों ने पुस्तकों के महत्व और ज्ञानवर्धन में उनके योगदान पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन अवधेश प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राज कुमार ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव