मीरजापुर में न्याय का महाकुंभ: एक दिन में 42 हजार मुकदमों का समाधान, करोड़ों की राहत

मीरजापुर, 10 मई (हि.स.)। न्याय के मंदिर में शनिवार को ऐसा मंजर देखने को मिला, जब एक ही दिन में हजारों लोगों को वर्षों से लटके मामलों से राहत मिली। राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में जिलेभर से आए हजारों फरियादियों को इंसाफ मिला। इस एक दिवसीय न्याय महाकुंभ में 42,558 मुकदमों का निस्तारण हुआ। इसके साथ ही 4.10 करोड़ रुपये का मुआवजा और 6.64 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया गया।
दीवानी न्यायालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत जनपद न्यायाधीश अरविन्द कुमार मिश्रा, अपर जिला जज संतोष कुमार गौतम और डीएलएसए सचिव विनय आर्या ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर व दीप जलाकर की। न्यायिक अधिकारियों ने टीम के साथ बैठक कर लोक अदालत को ऐतिहासिक बनाने की रणनीति बनाई।
कार्यक्रम में सभी न्यायिक अधिकारी, विधिक सेवा प्राधिकरण के पीएलवी, अधिवक्ता, कर्मचारी और संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने मिलकर इस आयोजन को न्याय दिलाने की एक नई मिसाल बना दिया।
महिला और ग्राम न्यायालयों में न्याय की दस्तक
ग्राम न्यायालयों से लेकर महिला न्यायालय तक, हर स्तर पर मुकदमों का निपटारा हुआ। महिला एफटीसी की पल्लवी सिंह ने 478 मुकदमों में 1.91 लाख रुपये का जुर्माना वसूला। ग्राम न्यायालय लालगंज, मड़िहान और चुनार के न्यायाधीशों ने सैकड़ों छोटे मुकदमों को हल किया।
बड़ी उपलब्धियां:
मोटर दुर्घटना मामलों में राहत:
पीठासीन अधिकारी सत्य प्रकाश ने 63 दुर्घटना मामलों में 1.71 करोड़ रुपये का मुआवजा पीड़ितों को दिलाया।
बैंक ऋण मामलों में सुलह:
विनय आर्या की अगुवाई में 389 प्री-लिटिगेशन बैंक मामलों में 2.43 करोड़ रुपये की वसूली की गई।
राजस्व अदालतों में धमाका:
एडीएम शिव प्रताप शुक्ला के नेतृत्व में तहसीलों और चकबंदी न्यायालयों में 36,775 मामलों का निस्तारण किया गया।
ई-चालान और आरटीओ की वसूली:
यातायात और परिवहन विभाग ने मिलकर 8.15 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला।
नगरपालिका ने भी दिखाया दम:
नगर पालिका परिषद ने 2,335 मुकदमों को निपटाया।
चिकित्सा विभाग भी पीछे नहीं:
सीएमओ कार्यालय ने 9,042 चिकित्सीय प्रकरणों का समाधान किया।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा