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सावन माह में मैदागिन से गोदोलिया नो व्हीकल जोन, वृद्ध-दिव्यांग को ई-रिक्शा की सुविधा

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सावन माह में मैदागिन से गोदोलिया नो व्हीकल जोन, वृद्ध-दिव्यांग को ई-रिक्शा की सुविधा


-श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन माह की तैयारियां, अफसरों की बैठक

वाराणसी, 10 जुलाई (हि.स.)। श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन माह की प्रशासनिक तैयारियों को अन्तिम रूप दिया जा रहा है। बुधवार को सावन माह की तैयारियों को लेकर अफसरों ने बैठक की। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में श्रावण मास की तैयारियों पर मंथन किया गया। बैठक में तय हुआ कि सावन माह (22 जुलाई से 19 अगस्त तक) में प्रत्ये​क सोमवार को मैदागिन से गोदोलिया नो व्हीकल जोन रहेगा। इस मार्ग पर वृद्ध-दिव्यांग को ई-रिक्शा की सुविधा मिलेगी। मंदिर प्रशासन गोदौलिया से मंदिर के गेट नंबर 4 तथा मैदागिन से गेट नंबर 4 तक धाम में दर्शन के लिए आने वाले विशिष्ट/अतिविशिष्ट, वृद्ध दिव्यांगजन/अशक्त दर्शनार्थियों के लिए ई-रिक्शा का संचालन करायेगा।

-कैमरों से निगरानी, जिग-जैग होगी बैरिकेडिंग

संपूर्ण विश्वनाथ धाम क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। इसके जरिए श्रद्धालुओं समेत सभी व्यवस्थाओं पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। सड़क पर भीड़ को कम करते हुए अंदर बैरिकेड्स को जिग-जैग बनाया जायेगा। जिससे अतिरिक्त भीड़ की स्थिति को काबू मे रखा जा सके तथा अतिरिक्त शेड (धूप व गर्मी से बचाव हेतु) लगाने का कार्य किया गया है।

-श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं होंगी सुदृढ़

बैठक में तय हुआ कि दर्शनार्थियों की सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए जगह-जगह एलईडी टीवी पर गर्भगृह के दर्शन पूजन का सजीव प्रसारण किया जायेगा। दर्शनार्थियों के सुविधा के लिए धाम में खोया पाया केंद्र बनाया जाएगा, जिसमें बहुभाषी कर्मियों की भी व्यवस्था होगी। धाम में चिकित्सकीय कार्मिकों की ड्यूटी सुनिश्चित की जायेगी, जिससे किसी आकस्मिक/जरूरत पड़ने पर ससमय उचित चिकित्सा मुहैया की जा सके। संपूर्ण धाम मे शीतल शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पूर्व से ही अनेक वॉटर कूलर स्थापित किये गए हैं, साथ ही शौचालय के आदि के उचित प्रबंध किये गए हैं।

-बनारसियों के लिए काशी द्वार

मन्दिर प्रशासन ने तय किया है कि काशीवासियों को प्रस्तावित नवीन मार्ग से प्रवेश दिया जायेगा। यह मार्ग दर्शन के लिए पूर्वांह्न 4-5 और शाम 4 -5 बजे तक खोलने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। शुरूआत में इसे नेमी दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा, व्यवस्थाएं सुदृढ़ होने के उपरांत आम काशीवासियों के लिए खोल दिया जाएगा। बैठक में जिला प्रशासन, मंदिर प्रशासन, पुलिस, सीआरपीएफ, पीएसी, नगर निगम, वीडीए सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / आकाश कुमार राय