'प्रेशर पॉलिटिक्स' की वजह से मजाक बना अतिक्रमण विरोधी अभियान
छोटे दुकानदारों पर टूटा प्रशासन का जोर
सीतापुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी के सख्त निर्देशों के बावजूद रविवार दोपहर बाद से शाम तक चले जीआईसी चौराहे से बस स्टॉप तक अतिक्रमण हटाओ अभियान जमीन पर पूरी तरह पस्त नज़र आया। एसडीएम सदर और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी वैभव त्रिपाठी की मौजूदगी में यह अभियान चलाया गया।
अभियान शुरू होते ही बड़े-बड़े प्रतिष्ठानों, बहुमंज़िला इमारतों और प्रभावशाली व्यापारियों द्वारा सड़क तक फैलाए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने देखकर भी अनदेखा कर दिया। वहीं रोज़मर्रा की रोजी-रोटी चलाने वाले गरीब और छोटे दुकानदारों की टीनशेड, फुटपाथी दुकानें और अस्थायी ठेलों पर बुलडोजर और हथौड़े बेरहमी से चलाए गए।
स्थानीय व्यापारियों ने प्रशासन पर चयनित कार्रवाई का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह पूरा ऑपरेशन केवल फोटो खिंचवाओ और रिपोर्ट भेजो वाली खानापूर्ति साबित हुआ। छोटे दुकानदारों के सामने लगे टीनशेड उखाड़कर जब्त कर लिए गए, जबकि सड़क पर खुलेआम कब्जा जमाए रसूखदारों को हाथ तक नहीं लगाया गया।हालांकि कई जगहों पर एक समान व्यवहार न होने के कारण व्यापारियों में भारी आक्रोश भी दिखा।
अतिक्रमण में 'प्रेशर पॉलिटिक्स' का दिखा असर
दाे दिन पूर्व सीतापुर नगर के एक सैकड़ा से अधिक व्यापारियों व दुकानदारों ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ राज्य मंत्री राकेश राठौर गुरु को ज्ञापन देकर मांग की थी कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर दुकानदारों को उजाड़ा ना जाए। रविवार को चले अतिक्रमण विरोधी इस अभियान में 'प्रेशर पॉलिटिक्स' का असर साफ दिखा कई जगहों पर अतिक्रमण करने वालो को छुआ तक नहीं गया।
वहीं सीतापुर में प्रबुद्ध वर्ग व अधिवक्ता अतिक्रमण हटाए जाने का पक्षधर हैं उनका मानना है कि अतिक्रमण के कारण सड़कों पर निकलना मुश्किल हो रहा है।
आमजन का कहना है कि अगर आदेशों का पालन ऐसा ही होना है, तो अतिक्रमण हटाओ अभियान सिर्फ दिखावा बनकर रह जाएगा और सड़कें कब्जों से मुक्त होने की उम्मीद करना बेमानी है।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी नगर पालिका वैभव त्रिपाठी ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसी के साथ ही पक्षपात नहीं किया जा रहा है सबको चेतावनी दी जा चुकी है कि अतिक्रमण हटा लें उन्होंने बताया अगला चरण वैदेही वाटिका से प्रारंभ होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma

