पति-पत्नी और वो: एक ही कमरे में मृत मिले महिला कॉन्स्टेबल और पुरुष सिपाही की मौत से उठा पर्दा
प्रयागराज में बीते 16 अप्रैल को एक ही कमरे में महिला कॉन्स्टेबल प्रिया तिवारी और सिपाही राजेश वैष्णव के शव मिलने के बाद मौत की मिस्ट्री परत दर परत सुलझाने की कोशिश हो रही है। जांच से साफ है कि यूपी पुलिस के 2019 बैच की सिपाही प्रिया और 2020 बैच के सिपाही राजेश की मौत की कहानी में पति-पत्नी और वो, वाली फिल्मी कहानी है।
दोनों की लाश एक साथ मिली। ऐसे में राजेश और प्रिया की आखिरी बातचीत क्या हुई, क्या फैसला हुआ कि बात बढ़ गई ये तो कोई नहीं बता सकता। लेकिन पूछताछ, मोबाइल की जांच, चैटिंग, मैसेज से इतना तो साफ हो गया है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे।
दिक्कत यह थी कि राजेश शादीशुदा था और प्रिया राजेश से शादी करना चाहती थी। पहले तो राजेश भी तैयार था लेकिन पत्नी, ससुराल वालों और अपने परिवार के दबाव के आगे राजेश बदल रहा था। यह बात प्रिया को पसंद नहीं आ रही थी। फिर राजेश ने अपनी पत्नी नीतू तो तलाक देने की कार्रवाई शुरू कर दी थी। मामला मीडिएशन में चला गया था। अब राजेश का मन बदलने लगा था। इसी से प्रिया नाराज थी। अंत में प्यार के इस खेल में दो जिंदगियां खत्म हो गईं।
प्रिया से अफेयर होने के बाद राजेश अपनी सिपाही पत्नी को तलाक देने में लग गया था। तलाक के लिए अर्जी भी पड़ गई थी। वह तलाक लेकर प्रिया से शादी भी कर लेता लेकिन पत्नी नीतू, ससुराल वालों और घरवालों का दबाव आने लगा। मामला मीडिएशन सेंटर में था। समझौते की कोशिश हो रही थी।
पत्नी के घर वालों ने राजेश को कुछ दिन पहले आगरा बुलाया था वहां समझौते की बातें हुईं थीं। बताते हैं कि इसी के बाद अप्रैल महीनें में ही राजेश की पत्नी नीतू प्रयागराज आ गई। एक हफ्ते तक वह राजेश के साथ रही।
राजेश ने पत्नी नीतू को शाहगंज थाने में बने क्वार्टर में ठहराया था। पत्नी के साथ राजेश का रहने प्रिया से विवाद का कारण बना। प्रिया का लगने लगा कि अब तलाक नहीं होगा। वह राजेश पर शादी का दबाव बनाने लगी और इसी को लेकर कहासुनी बढ़ने लगी। राजेश का मन भी बदल रहा था। वह तलाक देने से पीछे हटने लगा था।