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सादगी- संघर्ष और सेवा भाव की परम्परा के वाहक थे रामलाल राही

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सादगी- संघर्ष और सेवा भाव की परम्परा के वाहक थे रामलाल राही


सादगी- संघर्ष और सेवा भाव की परम्परा के वाहक थे रामलाल राही


सादगी- संघर्ष और सेवा भाव की परम्परा के वाहक थे रामलाल राही


सीतापुर, 11 दिसम्बर (हि.स.)। सीतापुर की धरती पर राजनीति और समाज सेवा की महान परम्परा के ध्वजवाहक रहे पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्व. रामलाल राही 'बाबूजी' की पाँचवीं पुण्यतिथि पर भावुक माहौल में श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। सत् श्री साँई शिव शक्ति मंदिर परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा पर गुरुवार को माल्यार्पण कर बड़ी संख्या में उपस्थित जनों ने अपने प्रिय नेता को नमन किया।

उत्तर प्रदेश सरकार में कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने अपने पिता राम लाल राही को याद करते हुए कहा कि बाबूजी केवल एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि सीतापुर के सर्वांगीण विकास के शिखर पुरुष थे। उनका राजनीतिक सफर जिला पंचायत सदस्य से लेकर दो बार विधायक, चार बार सांसद और केंद्र सरकार में गृह राज्यमंत्री न सिर्फ जिले का गौरव बढ़ाने वाला रहा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

रामलाल राही को श्रद्धांजलि देने आए लोगों के बीच भावुक स्वर में कारागार राज्य मंत्री ने कहा “बाबूजी भले ही अब हमारे बीच सशरीर मौजूद नहीं, लेकिन उनका विराट व्यक्तित्व और समाज के लिए समर्पित जीवन हमें सदैव राह दिखाता रहेगा। हम उनके सिद्धांतों पर चलकर जनसेवा में निरंतर कार्यरत रहेंगे।

कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा अचिन मेहरोत्रा ने कहा कि बाबूजी द्वारा स्थापित राजनीतिक नैतिकता और मानदंड युवा नेताओं को सदैव प्रेरित करते रहेंगे। श्रद्धांजलि समारोह में समाजसेवी, जनप्रतिनिधि, पत्रकार, साहित्यकार, रंगकर्मी एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि बाबूजी की सादगी, संघर्ष और सेवाभाव की परम्परा हमेशा दिलों में जिंदा रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Mahesh Sharma