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गाय पर मगरमच्छ का हमला, ग्रामीणों ने ऐसे बचाई जान, गांव में फैली दहशत

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गाय पर मगरमच्छ का हमला, ग्रामीणों ने ऐसे बचाई जान, गांव में फैली दहशत


मीरजापुर, 18 जुलाई (हि.स.)। हलिया वनरेंज के मझियार गांव में शुक्रवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब गांव के सीवान में चर रही एक गाय पर अचानक एक मगरमच्छ ने हमला कर दिया। यह खौफनाक मंजर गांव के प्राथमिक स्कूल के पास घटा, जहां करीब छह फीट लंबा मगरमच्छ झाड़ियों से निकलकर सीधे गाय पर झपट पड़ा।

गाय ने भी हिम्मत दिखाई और हमले का मुकाबला करने लगी। इस बीच वहां मौजूद ग्रामीणों ने बिना एक पल गंवाए लाठी-डंडा लेकर गाय की मदद को दौड़ लगा दी। ग्रामीणों की चीख-पुकार और लाठियों की धमक से घबराकर मगरमच्छ पास के पानी भरे खेत की ओर भागा और पानी में जाकर छिप गया।

घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में लोग खेत के पास जुट गए। सूचना पर दो घंटे बाद पहुंचे वनरक्षक शीतला बख्श सिंह और वन्यजीव रक्षक संदीप सिंह मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश में जुटे रहे, लेकिन वह देर शाम तक पानी से बाहर नहीं निकला। अंततः टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा।

हलिया वन रेंजर अवध नारायण मिश्र ने बताया कि वनविभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू का प्रयास किया, लेकिन पानी में छिपे होने के कारण मगरमच्छ को पकड़ना संभव नहीं हो सका।

ग्रामीणों में भय का माहौल

मगरमच्छ के खुलेआम गांव में पहुंचने और फिर न पकड़ में आने से ग्रामीणों में जबरदस्त दहशत है। लोगों ने आशंका जताई है कि यह मगरमच्छ सुसुआड़ नाले से बहकर गांव तक पहुंचा है।

ग्रामीणों की मांग – जल्द हो रेस्क्यू

ग्रामीणों ने वनविभाग से मांग की है कि मगरमच्छ को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, ताकि लोगों और मवेशियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इस घटना ने पूरे इलाके में वन्यजीवों के बढ़ते खतरे पर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा