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अब सिटी फारेस्ट होगा नए लुक में, विदेशों जैसा रहेगा नजारा

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अब सिटी फारेस्ट होगा नए लुक में, विदेशों जैसा रहेगा नजारा


अब सिटी फारेस्ट होगा नए लुक में, विदेशों जैसा रहेगा नजारा


अब सिटी फारेस्ट होगा नए लुक में, विदेशों जैसा रहेगा नजारा


- पक्षियों की चहचहाट के बीच किया जा सकेगा ध्यान और योग

- ओपन थिएटर को भी दिया जाएगा नया लुक, लेजर शो का भी देखने को मिलेगा नजारा

गाजियाबाद, 21 जून (हि.स.)। यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले दिनों में सिटी फॉरेस्ट नए लुक में दिखाई देगा। इसके लिए जीडीए ने कवायद शुरु कर दी है। शनिवार को प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान एक निजी एजेंसी ने इसके लिए अपना प्रस्तुतिकरण दिया।

बैठक के बाद जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि सिटी फारेस्ट को नए लुक में विकसित करने की दिशा में कदम उठाया जा रहा है। जहां न केवल हर तरफ हरियाली नजर आएगी, बल्कि विदेशों और पहाड़ी क्षेत्र की भांति रंग बिरंगी प्राकृतिक रौशनी के बीच नजारे करीब से देखने को मिलेगा। यहां एकदम शांत वातावरण में ध्यान और योग की सुविधा मिलेगी। इसके साथ-साथ पंछियों की चहचहाट भी करीब से सुनने को मिल सकेगी।

उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में जिस तरीके से एनसीआर में दम घोंटू वायु प्रदूषण की समस्या पैदा हुई है, उसके बीच में लोगों को एक नया जीवन उपलब्ध हो। ऐसी विशिष्ट विशेषताओं का निर्माण करना है जो एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करे। शहरी क्षेत्र में मौजूद हरित आवरण को संरक्षित करना और उसे सुदृढ बनाना है। अधिक इंटरैक्टिव और मनोरंजक स्थानों के लिए प्राकृतिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए। इस बात पर बल दिया गया कि सिटी फारेस्ट को इस रूप में विकसित किया जाए, ताकि आने वाले वक्त में न केवल गाजियाबाद बल्कि एनसीआर के लोग आकर लुत्फ उठा सकें। साथ ही आने वाले समय में नई पीढ़ी भी प्रकृति को करीब से जान सके। यूं तो मौजूदा समय में भी सिटी फारेस्ट में नौकायन की भी सुविधा उपलब्ध है, इसके साथ-साथ हिंडन रिबर के निकट होने के मददेनजर अधिक आकर्षक रूप दिया जाएगा। बच्चों के खेलने के लिए झूले तथा साइकिल आदि ट्रेक का भी लुत्फ उठा सकें। इसके साथ साथ सिटी फारेस्ट के एक हिस्से में ओपन थिएटर का भी निर्माण किया जाएगा, ताकि आने वाले वक्त में इसमें समय समय पर शो के बीच कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकें। ओपन थिएटर का उददेश्य सामुदयिक कार्यक्रमों और आयोजनों के लिए मंच प्रदान करना है।

वत्स ने बताया कि कार्यात्मक, सौंदर्य और प्रकृति से गहरे जुड़ाव को जोड़ते हुए क्षेत्र की जैव विविधता को सुदृढ करें। इन तमाम कदमों के बीच प्रयास ये होगा कि दूर तक भी जीव जन्तुओं को किसी तरह का नुकसान न हो। ये तमाम कदम हाल में बाढ़ से प्रभावित हुए सिटी फारेस्ट में हर तरफ हरियाली को बढ़ावा दिया जाएगा और पौधरोपण किया जायेगा। लैंडस्केप वर्ल्ड क्लास का विकसित किया जायेगा जो कि सतत विकास को ध्यान में रखते हुए किया जायेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली