अयोध्या में लागू हुई पीएम कुसुम सी-1 योजना, सरकार से मिलेगा 90 फीसदी अनुदान
अयोध्या, 30 नवम्बर (हि.स.)। योगी सरकार एक बार फिर से किसानों के लिए खजाना खोलने जा रही है। पीएम कुसुम सी-1 योजना के अंतर्गत निजी नलकूपों को सोलराइजेशन के लिए किसानों को बड़ा अनुदान देगी। कुल 90 प्रतिशत राशि सरकार की तरफ से दी जाएगी। प्रदेश में इस योजना से 10 हजार किसानों को लाभान्वित किया जाना है। यह योजना जिले में भी लागू है और पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर ही दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश में ऑन-ग्रिड कनेक्टेड कृषि पम्पों और उत्पादों के सोलराइजेशन को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में अधिक निवेश आकर्षित करने के इरादे से, यूपी नेडा के लिए ऑन-ग्रिड कनेक्टेड कृषि पंपों का सोलराइजेशन पोर्टल विकसित किया गया है। यह पोर्टल उत्तर प्रदेश में सोलराइजेशन के लिए सोलर पीवी सिस्टम को भी प्रोत्साहित करेगा, जो लाभार्थी उत्तर प्रदेश के ऑन-ग्रिड कनेक्टेड कृषि पंपों के सोलराइजेशन में निवेश करने और निजी नलकूप जिन पर विद्युत मीटर स्थापित हो वहां पर ऑन-ग्रिड कनेक्टेड कृषि पम्पों के सोलराइजेशन की स्थापना करने के इच्छुक हैं, वे पोर्टल पर अपना पंजीकरण upnedakusumc1.in पर करा सकते हैं। पंजीकरण के बाद, अनुरोध आगे की प्रक्रिया के लिए यूपीनेडा को भेज दिया जाएगा।
मान लीजिए आप अपने खेतों की सिंचाई बिजली से करते हैं। इससे सिंचाई पर बिल भी बहुत आता है। योजना में यह है कि अगर आप भी बिजली की बचत करना चाहते हैं तो अपने निजी नलकूप को सोलर सिस्टम में कन्वर्ट करा सकते हैं। गत वर्ष आठ किसान इसका लाभ प्राप्त कर सके थे।
--10 फीसदी ही लाभार्थी को देना है
नेडा के परियोजना प्रभारी प्रवीण नाथ पांडेय बताते हैं कि राज्य में एमएनआरई पीएम कुसुम योजना घटक (सी-1) के तहत स्थापित ऑन-ग्रिड पम्पों का सोलराइजेशन किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा 30 प्रतिशत अनुदान के अतिरिक्त अनुसूचित जनजाति, वनटांगिया और मुसहर जाति के किसानों को राज्य सरकार 60 प्रतिशत सब्सिडी देगी। शेष 10 प्रतिशत का भुगतान लाभार्थी द्वारा किया जाएगा।
--बड़ा फायदा है किसानों का
तीन एचपी की क्षमता के पम्प के लिए 4.5 किलोवाट का सोलर पम्प लगेगा। जीएसटी समेत लागत 2.39 लाख आएगी, लेकिन सरकारी अनुदान के बाद 23 हजार 900 देने पड़ेंगे। इसी तरह 5 hp के लिए रुपए 39325 एवं 7hp के लिए रुपए 54800 से 10 एचपी तक के सोलर प्लांट लगाए जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय