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लेखपाल बनते ही प्रेमिका पर प्रेमी के तिरस्कार का आरोप, कलेक्ट्रेट परिसर में चला ड्रामा

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लेखपाल बनते ही प्रेमिका पर प्रेमी के तिरस्कार का आरोप, कलेक्ट्रेट परिसर में चला ड्रामा


झांसी, 10 जुलाई (हि.स.)। कलेक्ट्रेट परिसर में एक ओर लेखपाल भर्ती की परीक्षा पास करने वाले जनपद के 110 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र किये जा रहे थे और उनके चेहरे खिल उठे। वहीं दूसरी ओर पांच वर्ष पूर्व समाज का तिरस्कार कर लव मैरिज करने वाला प्रेमी लेखपाल बनी अपनी पत्नी को बेवफा बताते हुए उस पर आरोपों की झड़ी लगाए था। यह नजारा देख लोग उसे युवक के पीड़ा सहानुभूति के साथ सुन रहे थे।

दरअसल कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को नव नियुक्त लेखपालों के नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे थे। उसी समय एक युवक परिसर में पहुंचा और खुद को एक नव नियुक्त लेखपाल युवती का पति बताने लगा। युवक ने बताया कि उसका नाम नीरज विश्वकर्मा है। पांच वर्ष पूर्व उसका एक सोनी परिवार की युवती से प्रेम प्रसंग हो गया था। दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाकर समाज और परिवार का तिरस्कार कर ओरछा मंदिर में प्रेम विवाह किया था। बाद में दोनों को परिवार वालों ने अपना लिया था। उसका आरोप है कि जब उसकी पत्नी को यह मालूम चला कि उसका लेखपाल की नौकरी में चयन हो गया है तभी 18 जनवरी 2024 से उसका साथ छोड़ कर अपने घर से चली गई थी। लेखपाल का नियुक्ति पत्र मिलते ही अब वह प्रेम विवाह भी स्वीकार नहीं कर रही है। उसने आरोप लगाया कि वह कार पेंटर का कार्य करता है और उसकी पत्नी अब लेखपाल बन गई है इसलिए उसने दूरी बना ली है।

नीरज का कहना है कि वह केवल अपनी पत्नी को घर साथ ले जाने के लिए आया है, लेकिन वह साथ नहीं जा रही है। यह हाईवोल्टेज ड्रामा काफी समय तक कलेक्ट्रेट में चला और चर्चा का विषय बना रहा।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया / मोहित वर्मा