कहते है प्रेम में सब कुछ जायज होता है. लेकिन कुछ खौफनाक कहानियों को पढ़ने या सुनने के बाद प्रेम के नाम पर रूह कांप जाती है. जी हाँ ये कहानी है छत्तीसगढ़ की. अमूमन शांति प्रिय राज्य में जब खूनी वारदात होती है तो सभी सकते में आ जाते है. हम ये सोचने के लिए मजबूर होते है कि बड़े महानगरों की पड़ती छाप के बीच खून के छिटो के निशान भी शांति प्रिय राज्य में दिखने लगे है. अमूमन बदलते फैशन की रंगत का असर छत्तीसगढ़ में दिखने लगा है तो वही अपराध के ग्राफ भी अब बढ़ने लगे है. आप सोच रहे होंगे आखिर कहानियों के बीच भूमिकाओं की तारतम्यता को क्यों बढ़ाया जा रहा है. दरअसल मसला ही कुछ ऐसा है. ये कहानी पिछले साल की है. साल खत्म होने को था और राज्य में हुआ एक खून तमाम सवालों को जन्म दे रहा था. असल में बीते साल दिसंबर महीने में 24 तारीख को छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक युवती नील कुसुम पन्ना की निर्मम हत्या कर दी जाती है. खून से लथपथ पड़े उसके शव को घर के कमरे से बरामद किया जाता है. आनन-फानन में पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराती है. रिपोर्ट में खुलासा होता है कि नील कुसुम की हत्या एक दो नहीं बल्कि 51 बार धारदार हथियार (पेचकस) से शरीर पर वार करने से हुई है. पहले तो आरोपी ने नील कुसुम के मुंह को तकिए से दबाया जिसके बाद पेचकस से नील के शरीर पर ताबड़तोड़ वार करके मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के लिए हत्या की गुत्थी सुलझाना इतना आसान नहीं था. आनन-फानन में कोरबा पुलिस की चार टीम इस केस को सुलझाने में लग जाती है. युवती की हत्या के बाद पुलिस को पहला शक प्रेम प्रसंग का जाता है. जिसके बाद युवती की मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस को इस केस को सुलझाने में थोड़ी सहूलियत मिलती है. दरअसल 20 दिसंबर की सुबह 20 साल की नील कुसुम की हत्या उसके प्रेमी शाहबाज खान ने की थी. हत्या को अंजाम देने के लिए शाहबाज अमदाबाद से रायपुर तक फ्लाइट जाता है. जिसके बाद वह बस से कोरबा पहुंचता है और घर में घुसकर नील की पेचकस घोंपकर हत्या करने के बाद 27 साल का आरोपी वहां से फरार हो जाता है. असल में कोरबा की साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड कॉलोनी में घर में 20 साल की लड़की की लाश मिली थी. लाश मिलने के बाद इलाके में खलबली मच जाती है क्योंकि हत्या दिन में और घर में घुसकर की गई थी यानी कि आरोपी को उस इलाके और उधर के बारे में पुख्ता जानकारी मौजूद थी साथ ही उसे घर के सदस्यों के बारे में भी जानकारी थी कब कौन काम पर जाता और कब नील घर में अकेली होती. पुलिस नील की कॉल डिटेल निकालती है तो लव ट्रायंगल का मामला भी उभर कर सामने आता. नील की हत्या लव ट्रायंगल की ओर इशारा करती. शाहबाज खान नाम के युवक से उसकी लगातार बातें हो रही थी. इसी बीच वो जसपुर के किसी युवक के संपर्क में आ जाती और वो शाहबाज से बात करना बंद कर देती है. हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए इलाके में मौजूद करीब हजार सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को दो व्यक्ति संदिग्ध दिखते हैं. इसके बाद पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए 4 टीमों का गठन करती है. कॉल डिटेल के आधार पर शक की सुई शाहबाज खान के ऊपर जाती है और सीसीटीवी फुटेज में वह और उसका एक
साथी वारदात के समय उस मुहल्ले और उस घर के आसपास दिखाई देते हैं. जिसके बाद धरपकड़ करने के बाद पुलिस इनको 30 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार कर लेती है. फिलहाल वह
जेल में बंद अपने गुनाहों की सजा भुगत रहे हैं.