गर्भ में पल रही बेटियों को बचाएगी मुखबिर योजना
महिला पुलिसकर्मियों, शिक्षिकाओं, एएनएम, आशा, आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सभी महिला कर्मचारियों और अधिकारियों तक पहुंचे जानकारी
आपरेशन के संचालन में सहयोग के लिए सहमत और इच्छुक महिला राज्य कर्मचारियों की सूची की जाये तैयार
झांसी, 18 मार्च (हि.स.)। कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर रोक लगाकर लिंग अनुपात में सुधार लाने के उद्देश्य से योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही मुखबिर योजना के क्रियान्वयन के लिए विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत लिंग परीक्षण करने वालों की पहचान में भूमिका निभाने वाले लोगों को दो लाख रुपए का इनाम प्रदान किया जाता है। झांसी मंडल में इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए विशेष रणनीति तैयार की गई है।
झांसी मंडल के आयुक्त बिमल कुमार दुबे ने निर्देश दिए हैं कि महिला पुलिसकर्मियों, शिक्षिकाओं, एएनएम, आशा, आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों तथा अन्य विभागों में तैनात महिला कर्मचारियों, अधिकारियों तक योजना के बारे में जानकारी पहुँचाई जाए। जनपद स्तर पर इस आपरेशन के संचालन में सहयोग के लिए सहमत, इच्छुक महिला राज्य कर्मचारियों की सूची तैयार की जाये, ताकि सूचना मिलने पर उनकी सेवाएं ली जा सकें। योजना के क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में एक विशेष बैठक नियमित रूप से करायें तथा जनपद में संचालित अल्ट्रासाउन्ड केन्द्रों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाये। लिंगानुपात में गिरावट वाले ब्लाक में विशेष अभियान चलाकर अवैध कृत्य में संलिप्त लोगों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाये। इस कार्य में एलआईयू की भी मदद ली जाये।
मंडलायुक्त ने निर्देश में कहा है कि योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पुलिस, सतर्कता, राजस्व, शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों और एजेन्सियों के कार्यालयों में शासनादेश की प्रतियाँ उपलब्ध कराई जायें तथा जिला स्तरीय अधिकारियों का यथासम्भव सहयोग लिया जाये। मुख्य चिकित्साधिकारी सभी विभागों के विभागाध्यक्षों, कार्यालय अध्यक्षों को इस योजना के बार में विस्तार से जानकारी दें। साथ ही जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के मार्ग दर्शन में अन्तर्राज्यीय सीमा के समीप के क्षेत्रों में नियमित अंतराल पर विशेष सर्च अभियान चलाया जाये तथा विशेष रूप से सतर्कता तंत्र का उपयोग किया जाये। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना वाले केन्द्रों को निगरानी में लेकर आगामी तीन माह में कम से कम एक डिक्वाय ऑपरेशन संचालित करने की ठोस पहल करें।
इनाम की राशि इस तरह वितरित की जाएगी - गर्भवती महिला को एक लाख रुपये, मुखबिर को 60,000 रुपये और सहायिका को 40,000 रुपये। यह राशि तीन चरणों में दी जाएगी। केस पकड़े जाने के बाद, आरोपियों की अदालत में पेशी होने पर और दोष सिद्ध होने के बाद।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया