विश्व एड्स दिवस: गुजरात में अनुमानित वयस्क एचआईवी प्रसार घटकर 0.19 फीसदी हुई
- इस वर्ष “टेक द राइटस पाथ: माय हेल्थ, माय राइट” थीम के साथ गुजरात में आयोजित होंगे कई जागरूकता कार्यक्रम
गांधीनगर, 30 नवंबर (हि.स.)। विश्व एड्स दिवस पर गुजरात राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (जीएसएसीएस) और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) के सहयोग से गुजरात सरकार व्यापक जागरूकता अभियान आयोजित करेगी। इस वर्ष की थीम “टेक द राइटस पाथ: माय हेल्थ, माय राइट” का उद्देश्य एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करते हुए उन्हें सम्मानजनक जीवन देना है।
इन कार्यक्रमों में राज्यभर में रैलियां, नाटक, चित्रकला, पोस्टर, रंगोली प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी और निबंध लेखन जैसे आयोजन होंगे। इसके साथ ही, सार्वजनिक स्थानों, बसों, ट्रेनों और एलईडी स्क्रीन के माध्यम से भी संदेश प्रसारित किए जाएंगे। सरकारी विभागों, निजी कंपनियों, एनजीओ और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से यह अभियान सफल बनाने का प्रयास होगा।
उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार ने जीएसएसीएस के साथ मिलकर पिछले 7 महीनों में 22 लाख 50 हजार से अधिक व्यक्तियों तक एचआईवी से संबंधित परामर्श, परीक्षण और उपचार की सेवाएं पहुंचाई हैं।
एचआईवी प्रसार और एचआईवी संक्रमण दर घटी
गुजरात सरकार और गुजरात राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के संयुक्त प्रयास से राज्य ने एचआईवी नियंत्रण में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। एनएसीओ के आंकड़ों के अनुसार गुजरात में अनुमानित वयस्क एचआईवी प्रसार में 2019 में 0.20% से घटकर 2023 में 0.19% हो गई है। इसी तरह, वर्ष 2019 में एचआईवी संक्रमण दर प्रति 1,00,000 असंक्रमित व्यक्तियों में 6 व्यक्ति से घटकर वर्ष 2023 में 4 व्यक्ति हो गई है।
एचआईवी-पॉजिटिव व्यक्तियों को मिली सेवाएं
जीएसएसीएस के अनुसार, एक अप्रैल 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक गुजरात में इंडेक्स टेस्टिंग अभियान के तहत 91,550 से अधिक एचआईवी-पॉजिटिव व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें उचित परामर्श और जांच-उपचार सेवाएं दी गई हैं। इसी तरह, “इंटीग्रेटेड हेल्थ अभियान” के तहत भी 325 शिविर आयोजित कर एचआईवी, टीबी, हेपेटाइटिस बीएंडसी और एसटीआई की स्क्रीनिंग और उपचार सेवाएं दी गई हैं।
98,398 मरीजों को मिली जांच-उपचार सेवाएं
एसटीआई नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गुजरात में कार्यरत 60 सरकारी एसटीआई नियंत्रण केंद्रों से 98,398 मरीजों को जांच-उपचार की सेवाएं दी गई हैं। इसी तरह, राज्य के बेसिक सेवा प्रभाग में भी 2,600 से अधिक एचआईवी परीक्षण सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें इस समयावधि में 11,93,988 व्यक्तियों का एचआईवी परीक्षण किया गया, जिनमें पाए गए 4729 (0.39%) एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को उचित परामर्श और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार के प्रिवेन्शन ऑफ पैरेन्ट टू चाइल्ड ट्रान्समिशन ऑफ एचआईवी/एड्स कार्यक्रम के तहत 8 लाख 96 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का भी एचआईवी परीक्षण किया गया, जिनमें से 295 (0.03%) गर्भवती महिलाएं एचआईवी पॉजिटिव पाई गईं, जिसके बाद उन्हें उचित परामर्श और उपचार सुविधाएं प्रदान की गईं।
व्यापक इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा
एचआईवी रोकथाम व जांच-उपचार के लिए गुजरात में 105 गैर-सरकारी संगठनों और 2 ओपिओइड सब्स्टीट्यूशन थेरेपी (ओएसटी) केंद्रों के माध्यम से जागरूकता और रोकथाम की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। साथ ही, राज्य में 261 आईसीटीसी केंद्रों (3 मोबाइल वैन सहित) और 2400 से अधिक स्क्रीनिंग केंद्रों के माध्यम से नि:शुल्क एचआईवी परीक्षण की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इतना ही नहीं, एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के लिए 48 एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) केंद्रों और 59 लिंक एआरटी केंद्रों पर नि:शुल्क दवाइयां भी दी जा रही हैं।
राज्य सरकार का संदेश और ध्येय
गुजरात सरकार एचआईवी पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों की सुरक्षा करते हुए उनके प्रति किसी भी प्रकार के कलंक और भेदभाव को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। एचआईवी/एड्स (रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम 2017 के तहत राज्य सरकार ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर राज्यभर में आयोजित गतिविधियों का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और एक समावेशी समाज का निर्माण करना है। नए संक्रमणों की रोकथाम, जागरूकता का प्रसार और गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करना राज्य के प्रयासों का मुख्य केंद्र बना रहेगा।
उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार ने जीएसएसीएस के साथ मिलकर पिछले 7 महीनों में 22 लाख 50 हजार से अधिक व्यक्तियों तक एचआईवी से संबंधित परामर्श, परीक्षण और उपचार की सेवाएं पहुंचाई हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय