निश्चित समय में काम को पूरा करना प्राथमिकता : नृपेंद्र मिश्र

अयोध्या, 8 नवंबर (हि.स.)। राम मंदिर के 161 फिट शिखर निर्माण पूरा होने के साथ राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना पर भी मंथन शुरू हो गया है। जयपुर में बन रहीं मूर्तियों को दिसंबर तक अयोध्या पहुंचा दिया जायेगा। हालांकि मंदिर निर्माण का काम पूरा करने के लिए श्रमिकों की संख्या कम देखी जा रही है।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि निश्चित समय में काम को पूरा करना हमारी प्राथमिकता है। अभी समीक्षा में श्रमिकों की कमी सामने आई है लेकिन पत्थरों की आपूर्ति में कोई कठिनाई नहीं है।
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नृपेन्द्र मिश्र ने पत्रकारों को बताया कि लगभग एक किलोमीटर की परिक्रमा परिधि में बन रहे परकोटा में बंसी पहाड़पुर के पत्थरों की आवश्यकता है। लगभग सभी पत्थर क्रय करके आ गये हैं। इसमें जो श्रमिकों की आवश्यकता है, उसमें लगभग 200 लोगों की संख्या कम है। इस कारण जो काम जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, उसमें तीन माह और लगेंगे। उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में बन रहे मंदिरों के लिए जो भी मूर्तियां आनी हैं, उसका निर्माण जयपुर में किया जा रहा है। जिसमें राम दरबार की मूर्ति, सात अन्य मंदिरों की मूर्ति, परकोटा में बन रही छह मंदिरों की मूर्तियां यह सभी दिसंबर के अंत तक आ जायेगी। उसके बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इन मूर्तियों की स्थापना पर निर्णय लेगा। उल्लेखनीय है कि राम मंदिर के 161 फिट शिखर निर्माण पूरा होने के साथ राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना पर भी निर्माण समिति का मंथन शुरू हो गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय