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इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर को राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार

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इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर को राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार


बीकानेर, 15 दिसंबर (हि.स.)। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) को ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विज्ञान भवन, नई दिल्ली में ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू थीं, जबकि भारत सरकार के ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा इस वर्ष पहली बार शिक्षा क्षेत्र की शिक्षण संस्थानों को भी ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार की श्रेणी में सम्मिलित किया गया, जिसमें इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर का चयन होना महाविद्यालय की उपलब्धि को और अधिक विशिष्ट बनाता है।

यह सम्मान महाविद्यालय के प्रतिनिधि एवं पूर्व प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश जाखड़ ने प्राप्त किया। इस अवसर पर जोधपुर विद्युत वितरण निगम के पूर्व मुख्य अभियंता एवं ऊर्जा ऑडिटर मोहन सिंह फगेरिया भी उपस्थित रहे। यह उपलब्धि पिछले एक वर्ष में महाविद्यालय के समस्त कार्मिकों तथा विद्युत सम्पदा विभाग के सामूहिक और सतत प्रयासों का प्रतिफल है, जिसके परिणामस्वरूप इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर को राष्ट्रीय पहचान प्राप्त हुई है।

महाविद्यालय द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिए अनेक प्रभावी कदम उठाए गए हैं। इनमें ऊर्जा ऑडिट का करवाना, नवीकरणीय ऊर्जा का अधिकाधिक उपयोग, ऊर्जा लीकेज में कमी, उच्च स्टार रेटिंग वाले विद्युत उपकरणों की स्थापना तथा कर्मचारियों एवं छात्रों के बीच ऊर्जा बचत को लेकर जागरूकता अभियान प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त ऊर्जा खपत को कम करने की दिशा में निरंतर प्रयास किए गए।

तकनीकी स्तर पर मैक्सिमम डे-लाइटिंग यूटिलाइजेशन, पावर फैक्टर में सुधार, ट्रांसफॉर्मर लोड बैलेंसिंग जैसे उपाय अपनाए गए। साथ ही व्यापक वृक्षारोपण कर ग्रीन कैंपस विकसित किया गया, जिससे परिसर के तापमान में भी कमी आई है। ऊर्जा ऑडिट मोहन सिंह फगेरिया जी द्वारा संपन्न करवाई गई।

डॉ. ओम प्रकाश जाखड़ ने कहा कि ये उपलब्धि न केवल संस्थान के लिए, बल्कि राजस्थान के शैक्षणिक जगत के लिए भी गौरव का विषय है और भविष्य में सतत विकास एवं ऊर्जा संरक्षण के प्रयासों के लिए प्रेरणास्रोत सिद्ध होगी।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजीव जैन ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुरस्कार इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर की टीमवर्क संस्कृति, सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता तथा भविष्य में और अधिक ऊर्जा-संरक्षण नवाचारों के लिए प्रेरणा का प्रतीक है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव