दीपावली पर एसएमएस अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में रहेगी विशेष व्यवस्था
जयपुर, 30 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी जयपुर में दीपावली पर इस बार जमकर आतिशबाजी होने की उम्मीद हैं। हालांकि सभी लोग सावधानीपूर्वक पटाखे चलाते हैं, लेकिन फिर भी कभी कभार लापरवाही से अप्रिय घटना हो जाती है। ऐसी ही अप्रिय घटना से निपटने के लिए जयपुर का सवाई मानसिंह अस्पताल पूरी तरह तैयार हो गया हैं। इसके तहत एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में आने वाले जलने और आंखों के मरीजों को देखने के लिए इनसे जुड़े विशेषज्ञ डॉक्टर्स की ड्यूटी लगाई है। यह चिकित्सक अस्पताल के इमरजेंसी में चौबीस घंटे तैनात रहेंगे। जो किसी भी तरह की दुर्घटना होने पर मरीज को तुरंत इलाज उपलब्ध करवाएंगे। इसके साथ ही जयपुर के कांवटिया, जयपुरिया, ईएसआई अस्पताल में भी दीपावली के मौके पर इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेगी। दीपावली पर एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में राउंड द क्लॉक चिकित्सक मौजूद रहेंगे।
सवाई मानसिंह अस्पताल इमरजेंसी के इंचार्ज डॉक्टर बी.पी. मीणा ने बताया दीपावली के त्योहार पर पटाखों से जलकर आने वाली की संख्या ज्यादा रहती है और ऐसे मरीज रात के समय ज्यादा आते हैं। इन मरीजों में बच्चों की संख्या काफी ज्यादा होती है। जिसके चलते तीन दिनों तक अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई हैं। राउंड द क्लॉक 24 घंटे सीनियर विशेषज्ञ चिकित्सक हर समय इमरजेंसी में मौजूद रहेंगे। इसमें बर्न और प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, नेत्र व एनेस्थिसिया विभाग जुड़े चिकित्सक इमरजेंसी में मौजूद रहेगे। वहीं बर्न वार्ड में अतिरिक्त बेड लगाकर व्यवस्था की गई है। जिससे की कोई अगर गलती से आग लगने से दुर्घटना का शिकार होता है तो,उसे वार्ड में इलाज मिल सकें। इसके साथ ही सभी आवश्यक दवाओं को पहले ही वार्ड व इमरजेंसी में पहुंचा दिया गया हैं। वार्ड में और स्टोर में आवश्यक नेत्र रोग, प्लास्टिक सर्जरी आदि मरीजों के काम आने वाली दवाइयों का एडवांस स्टॉक उपलब्ध रहेगा। अस्पताल में आने वाले मरीजों के त्वरित इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं। जिसकी तैयारियां पूरी हैं। इमरजेंसी में बर्न केस के मरीजों के लिए प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टर लगाए गए हैं। अस्थमा मरीजों को देखते हुए श्वास,अस्थमा रोग विशेषज्ञ,मेडिसिन विभाग के डॉक्टर और धुंआ से आंखों में जलन, पानी आने की समस्या हो सकती है. इसके लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे। इसी तरह निजी अस्पतालों में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं वहां भी डॉक्टरों की अलग-अलग टीमें उपचार के लिए लगाई गई हैं।
मीणा ने बताया कि रूटिन के समय इमरजेंसी में जनरल फिजिशियन, इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट के अलावा कार्डियक और न्यूरोलॉजी से जुड़े विशेषज्ञ डॉक्टर्स रहते है। लेकिन दीपावली के समय सबसे ज्यादा मरीज पटाखों से जलने या उनके आंखे खराब होने वाले मरीज आते है। इसे देखते हुए हमने इस बार आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टर्स के साथ ही प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट से जुड़े डॉक्टर्स की भी राउड दि क्लॉक ड्यूटी लगाई है। इस विशेष इमरजेंसी को दो नवंबर तक संचालित करने का निर्णय किया है।
डॉ. मीणा ने बताया कि इमरजेंसी में चालीस से ज्यादा डॉक्टरों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई है। जिसमें हर समय दो मेडिकल ऑफिसर के अलावा दो इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टर, दो आंखों के विभाग के डॉक्टर और एक प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट का डॉक्टर मौजूद रहेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश