रमेश शर्मा बने राजस्थान पुलिस के पहले ड्रोन इंस्ट्रक्टर

जयपुर, 30 मई (हि.स.)। इंटेलिजेंस ट्रेनिंग अकादमी (आईटीए), जयपुर में पदस्थापित रमेश शर्मा ने नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA), नई दिल्ली द्वारा आयोजित रिमोट पायलट इंस्ट्रक्टर कोर्स सफलतापूर्वक पूर्ण किया है। इस उपलब्धि के साथ वे राजस्थान पुलिस के पहले प्रमाणित ड्रोन इंस्ट्रक्टर बन गए हैं।
यह पहल पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) संजय अग्रवाल के निर्देशन में की गई थी। राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों को देखते हुए आईटीए, जयपुर में ड्रोन रिसर्च सेंटर और ड्रोन फोरेंसिक लैब की स्थापना की योजना है। इसी उद्देश्य से आईटी सेल प्रभारी रमेश शर्मा को इस विशेष प्रशिक्षण के लिए नामित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि डीजीसीए द्वारा आयोजित इस कोर्स की सफलता दर मात्र 22 प्रतिशत रही, जिससे शर्मा की यह उपलब्धि और भी उल्लेखनीय बन जाती है।
आईटीए, जयपुर की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी सक्सेना के अनुसार, यह कोर्स विशेष रूप से उन प्रमाणित ड्रोन पायलटों के लिए है जो अन्य लोगों को ड्रोन संचालन, नियमों और सुरक्षा प्रक्रियाओं का प्रशिक्षण देना चाहते हैं। इसमें शिक्षण कौशल, हवाई नियम-कानून, ड्रोन की उड़ान यांत्रिकी, सुरक्षा उपाय, जोखिम प्रबंधन और व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल होता है।
भारत में रिमोट पायलट इंस्ट्रक्टर बनने के लिए डीजीसीए से मान्यता प्राप्त संस्थानों से यह कोर्स करना अनिवार्य है। कोर्स पूर्ण करने के बाद प्रशिक्षक डीजीसीए-प्रमाणित प्रशिक्षण संगठनों में कार्य कर सकते हैं। रमेश शर्मा की यह उपलब्धि राजस्थान पुलिस की तकनीकी क्षमताओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। इससे राज्य में प्रशिक्षित ड्रोन ऑपरेटरों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी, जो निगरानी और सुरक्षा कार्यों को अधिक प्रभावी बनाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश