(अपडेट) -- नववर्ष का उत्सवी घोष निनाद, प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों ने मोहा मन

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(अपडेट) -- नववर्ष का उत्सवी घोष निनाद, प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों ने मोहा मन


(अपडेट) -- नववर्ष का उत्सवी घोष निनाद, प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों ने मोहा मन


(अपडेट) -- नववर्ष का उत्सवी घोष निनाद, प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों ने मोहा मन


(अपडेट) -- नववर्ष का उत्सवी घोष निनाद, प्रतिभाओं की प्रस्तुतियों ने मोहा मन


उदयपुर, 28 मार्च (हि.स.)। भारतीय समाजोत्सव समिति के तत्वावधान में नववर्ष विक्रम संवत 2082 के स्वागत के लिए तीन दिवसीय भव्य आयोजनों का आरंभ शुक्रवार से हुआ। शुक्रवार को पहले दिन प्रातः वेला में देव स्थानों पर शंखनाद और घोषवादन के साथ उत्सव का शुभारंभ हुआ, जबकि सांध्य वेला में नगर निगम के दीनदयाल उपाध्याय सभागार में प्रतिभा प्रकटीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

भारतीय नववर्ष समाजोत्सव समिति के संयोजक डॉ. परमवीर सिंह दुलावत ने बताया कि शुक्रवार प्रातः 7:30 बजे शंखनाद और घोषवादन के साथ नववर्ष कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। यह आयोजन बोहरा गणेशजी मंदिर, जगदीश मंदिर, गुरुद्वारा सचखंड दरबार सिख कॉलोनी, रामदेव मंदिर ठक्करबापा कॉलोनी, जैन मंदिर सेक्टर-4 और एकलव्य कॉलोनी के खेड़ादेवी मंदिर सहित शहर के प्रमुख देवस्थानों पर हुआ।

सांध्य वेला में आयोजित प्रतिभा प्रकटीकरण कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद मेवाड़ के जनजातीय समाज द्वारा मां गौरी की आराधना के अनुष्ठान गवरी का प्रतीकात्मक मंचन प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक धनराज ने प्रतिभाओं के प्रकटीकरण का महत्व समझाते हुए कहा कि इससे स्थानीय प्रतिभाओं को मंच और अवसर मिलता है। उनकी प्रतिभा समाज के समक्ष उभर कर आती है और आगे बढ़ने के अवसर खुलते हैं। उन्होंने ऐसे आयोजनों को वृहद रूप से करने का आह्वान किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. भारत भूषण ओझा थे।

कार्यक्रम में शौर्य और भक्ति का अनूठा समन्वय देखने को मिला। शौर्य परंपरा को समर्पित तलवार रास और भगवा ध्वज स्केटिंग ने दर्शकों को रोमांचित किया, जबकि मां काली नाट्य ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभूति कराई। कवि प्रेम दधीचि की वीर रस कविता ने जोश भर दिया, वहीं घूमर गीत पर चेल्सी दीदी की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मार्शल आर्ट एकेडमी के कलाकारों ने प्राचीन युद्ध कला का प्रदर्शन कर दर्शकों को दंग कर दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कविता जोशी और युधिष्ठिर ने किया। आयोजन में समाज के प्रबुद्धजनों, गणमान्य नागरिकों और महिलाओं की सहभागिता रही।

शनिवार 29 मार्च को विशाल भगवा युवा वाहन रैली का आयोजन

-नववर्ष उत्सव के तहत 29 मार्च शनिवार अपराह्न 3 बजे विशाल भगवा युवा वाहन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह रैली फतेह स्कूल से प्रारंभ होकर सूरजपोल, हाथीपोल, चेतक सर्कल, लोक कला मंडल, मीरा कन्या महाविद्यालय, कोर्ट चौराहा, शास्त्री सर्कल, शक्तिनगर, टाउन हॉल तक निकाली जाएगी। वाहन रैली कार्यक्रम में बेणेश्वर धाम के पीठाधीश अच्युतानंद महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा। वाहन रैली में सभी प्रतिभागी केसरिया साफा और श्वेत परिधान में शामिल होंगे। इसके साथ ही शहर के विद्यालयों और महाविद्यालयों से नववर्ष पर प्रभात फेरी निकालने का आग्रह भी किया जा रहा है।

30 मार्च को भव्य शोभायात्रा और भजन संध्या

-30 मार्च रविवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा, जो दोपहर 3 बजे गांधी ग्राउंड से प्रारंभ होकर हाथीपोल, देहलीगेट, बापू बाजार, सूरजपोल, टाउन हॉल नगर निगम प्रांगण पहुंचेगी। इस शोभायात्रा में मातृशक्ति मंगल कलश धारण किए मंगलाचार गाते हुए चलेंगी। शोभायात्रा में झांकियां, अखाड़े, धार्मिक ध्वज, ढोल-नगाड़े और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी। नगर निगम प्रांगण पहुंचने के बाद सायंकाल 7 बजे से नगर निगम प्रांगण में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली अपनी मधुर प्रस्तुतियां देंगे। इस मुख्य आयोजन में बड़ीसादड़ी स्थित गोपाल पुरुषोत्तम आश्रम के पीठाधीश सुदर्शनाचार्य महाराज तथा झाड़ोल स्थित मांकड़ादेव धाम के गुलाबदास महाराज का सान्निध्य प्राप्त होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता