बरसात में चित्तौड़ हुआ पानी-पानी, सफाई व्यवस्था की खुली पोल

चित्तौड़गढ़, 28 मई (हि.स.)। इस वर्ष मानसून जल्दी आने की संभावना जताई जा रही है। चित्तौड़गढ़ जिले में बुधवार शाम को बरसात में शहर को पानी पानी कर दिया। नालों की सफाई नहीं होने से मुख्य सड़कों पर पानी भरा हुआ दिखाई दिया तो वहीं चित्तौड़गढ़ शहर के नालों की सफाई में बरती जा रही लापरवाही को लेकर कलई भी खुल कर सामने आ गई है। शहर में कई मार्गों पर पानी भरा हुआ देखा गया। मुख्य रूप से चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन और उदयपुर मार्ग पर पानी भरा हुआ था। इससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। बरसात के दौरान अंधड़ ने भी काफी नुकसान पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले में मई माह के कुछ दिनों से बरसात का दौर जारी था। लेकिन नौतपा से पहले बरसात रुक गई थी। वहीं चार दिन से तेज गर्मी का आलम बना हुआ था। लेकिन बुधवार को शाम 4 बजे मौसम ने पलटा खाया। आसमान में काले बादल छा गए तथा तेज हवाएं चलने लगी। इससे चारों तरफ धूल के गुब्बार उड़ने लगे। इसके थोड़ी देर बाद बूंदाबांदी और बाद में तेज बरसात शुरू हो गई। करीब एक से सवा घंटे तक तेज बरसात का दौर चलता रहा। इससे चित्तौड़गढ़ शहर के कई क्षेत्रों में जल भराव की समस्या सामने आई है। मुख्य रूप से बात की जाए तो चित्तौड़गढ़ शहर के सबसे व्यस्तम मार्ग अंडरब्रिज के अलावा निंबाहेड़ा मार्ग पर रेलवे स्टेशन क्षेत्र तथा उदयपुर मार्ग पर प्रतापनगर क्षेत्र में मुख्य सड़क पर पानी भर गया। बरसात रुकी और लोगों की आवाजाही शुरू हुई तो प्रमुख मार्गों पर वाहन चालकों के साथ ही पैदल लोगों को भी काफी दिक्कत हुई। चित्तौड़गढ़ के रेलवे स्टेशन व प्रतापनगर क्षेत्र में मामूली बरसात में ही पानी भरने की समस्या है, जिसका स्थाई निदान नहीं निकाला जा सका है।
बरसात से पहले अंधड़ के कारण कई क्षेत्रों में नुकसान की सूचना मिल रही है। विशेष तौर पर कई जगह पेड़ गिर गए। इसके अलावा होर्डिंग, फ्लेक्स तथा टीन शेड उड़ने की भी जानकारी सामने आई है। चित्तौड़गढ़ शहर के प्रताप नगर क्षेत्र में स्थित होटल आरटीडीसी में तीन पेड़ गिर गए। वहीं रेस्टोरेंट के डायनिंग हॉल के कांच फूट गए।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल