उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी एवं यूडीएच मंत्री खर्रा ने प्रदेशभर से आए भाजपा कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं
जयपुर, 8 दिसंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेश कार्यालय में सोमवार को उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी एवं यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कार्यकर्ता सुनवाई कार्यक्रम के तहत प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं। इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा, प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल उपस्थित रहे। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बताया कि सुनवाई के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आए अनेक प्रकरण प्राप्त हुए, जिनमें से अधिकांश को आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को भेज दिया गया। कई मामलों में मौके पर ही अधिकारियों से दूरभाष पर संवाद कर त्वरित समाधान का प्रयास किया गया।
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई प्रारंभ करने का निर्णय सराहनीय है। इससे कार्यकर्ताओं के क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान में तेजी आएगी। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक कार्यकर्ता की समस्या का समाधान किया जाए, क्योंकि पार्टी में कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है। उन्होंने बताया कि समस्याओं के निराकरण के लिए नियमित फॉलोअप अत्यंत आवश्यक है। अत: सुनवाई में प्राप्त प्रत्येक प्रकरण का सतत फॉलोअप किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुनवाई में मंत्रियों के साथ पार्टी पदाधिकारी भी उपस्थित रहते हैं, जो हर दो दिन में प्रकरणों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हर परिवादी को संतुष्ट कर वापस भेजना हमारा संकल्प है। जहां तुरंत समाधान संभव नहीं होगा। वहां उचित कारण स्पष्ट किए जाएंगे।
प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष में कार्यकर्ताओं की सुनवाई लगभग बंद रही, जबकि भाजपा सरकार में प्रत्येक मंत्री एवं मुख्यमंत्री नियमित रूप से सप्ताह में दो बार जन एवं कार्यकर्ता सुनवाई कर रहे हैं।
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई का नया कार्यक्रम शुरू किया गया है। आज लगभग 150 कार्यकर्ता अपनी शिकायत लेकर पहुंचे और सभी कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी समस्या सुनी गई। उन्होंने बताया कि विकास कार्यों, अतिक्रमण, प्रशासनिक समस्याओं सहित विभिन्न विषयों से जुड़े प्रकरण प्राप्त हुए, जिन्हें संबंधित अधिकारियों से टिप्पणी लेकर अध्ययन कर समाधान की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याएं कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचें। इसी उद्देश्य से प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री द्वारा यह व्यवस्था प्रारंभ की गई है।
कांग्रेस पर हमला करते हुए मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि कांग्रेस बिना पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण दिए बिना निकाय एवं पंचायत चुनाव करवाना चाहती है तो खुलकर सामने आए। जबकि कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं कि निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आरक्षण लागू किया जा सकता है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अपना कार्य गंभीरता से कर रहा है और विस्तृत प्रक्रिया में समय लगना स्वाभाविक है।
खर्रा ने कहा कि डोटासरा जी जब मंत्री थे, तब उनकी कोई सुनता था या नहीं सुनता था, इसकी मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन आज भाजपा के मंत्रियों की सभी अधिकारी सुनते है और उस पर कार्रवाई भी होती है। अब कांग्रेसियों के पेट में क्या दर्द है, इसका मुझे पता नहीं है। ना तो मैं चिकित्सक हूं, ना मैं वैद्य हूं और ना ही मैं हकीम हूं।
भाजपा कार्यालय सचिव मुकेश पारीक ने बताया कि 9 दिसंबर मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा एवं ऊर्जा मंत्री हीरा लाल नागर कार्यकर्ता सुनवाई करेंगे। इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता गेना और प्रदेश महामंत्री श्रवण सिंह बगडी भी उपस्थित रहेंगे। कार्यकर्ता अपने मंडल अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी अथवा प्रदेश पदाधिकारी से अनुशंसा करवाकर परिवाद कार्यालय में प्रस्तुत कर सकते हैं। निर्धारित प्रपत्र भरने के बाद संबंधित मंत्री के समक्ष अपना परिवाद प्रस्तुत किया जा सकेगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

