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केंद्रीय रक्षा और पर्यटन मंत्री अजय भट्ट ने सी-डॉट का दौरा किया

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) का दौरा किया।
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नई दिल्ली : केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) का दौरा किया। सी-डॉट भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग का प्रमुख दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास केंद्र है।

सी-डॉट ने रक्षा संचार और साइबर सुरक्षा जैसी महत्वपूर्ण अवसंरचना के लिए स्वदेशी, सुरक्षित दूरसंचार समाधानों को विकसित करने में सक्रिय रूप से काम किया है। अजय भट्ट ने दौरे के दौरान सी-डॉट के नवाचार और उनके अनुसंधान कार्यों को समीक्षा की और सुरक्षित दूरसंचार समाधानों के लिए उनके प्रयासों की सराहना की।

श्री भट्ट ने सी-डॉट परिसर में वृक्षारोपण किया। इसके बाद, सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी  डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने विविध दूरसंचार उत्पाद पोर्टफोलियो/समाधानों और प्रमुख दूरसंचार सुरक्षा समाधानों जैसे सुरक्षा संचालन केंद्र (नेटवर्क में मैलवेयर का वास्तविक समय में पता लगाना), उद्यम सुरक्षा केंद्र (उद्यम स्तर पर सभी अंतिम बिंदुओं को कवर करते हुए दुर्भावनापूर्ण खतरों और हमलों का वास्तविक समय पर पता लगाना और उनको कम करना), क्वांटम कुंजी वितरण और पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी पर उनके सामने एक विस्तृत प्रस्तुति दी।

अन्य समाधानों जैसे स्वदेशी रूप से विकसित 4जी कोर और 4जी आरएएन, 5जी कोर और 5जी आरएएन, सीएपी का उपयोग करके आपदा प्रबंधन समाधान, सेल प्रसारण केंद्र, ऑप्टिकल परिवहन और पहुंच समाधान, स्विचिंग और रूटिंग समाधान आदि को भी प्रस्तुत किया गया।

बाद में, सी-डॉट के वीडियो कॉन्फ्रेसिंग (वीसी) समाधान और संवाद, जो स्वदेशी रूप से विकसित एक मैसेजिंग और सेल प्लेटफॉर्म है, पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी, आपदा प्रबंधन सीएपी (कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल) और उद्यम सुरक्षा संचालन केंद्र (ईएसओसी), डीडब्ल्यूडीएम और ओटीएन प्रयोगशाला, क्वांटम कुंजी वितरण (क्यूकेडी), जीपीओएन/एनएमएस, 4जी/5जी प्रयोगशाला, ई-शिक्षा और सीएसएटी - फाई प्रयोगशाला, दूरसंचार सुरक्षा संचालन केंद्र और 5जी डेमो का प्रदर्शन किया गया।

श्री भट्ट ने दिल्ली परिसर के सी-डॉट में काम करने वालों के साथ-साथ बैंगलोर कार्यालय के सी-डॉट कर्मचारियों को भी संबोधित किया, जो सत्र में ऑनलाइन शामिल हुए थे।