युवाओं के लिए प्रेरणा का भी स्थान है कष्टभंजन हनुमान मंदिर : अमित शाह
-केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गोपालानंद स्वामी यात्री भवन का उद्घाटन किया
-कई खासियतों की वजह से अनूठा है बोटाद जिले के सारंगपुर का यह भवन
बोटाद, 31 अक्टूबर (हि.स.)। बोटाद जिले के सारंगपुर हनुमान मंदिर परिसर में नवनिर्मित 1100 कमरों का गोपालानंद यात्री भवन का गुरुवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कष्टभंजन हनुमानजी के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए कहा कि जब भी उन पर संकट, चिंता या दुविधा आई, भगवान के चरणों में शीश नवा कर उन्होंने इन सभी से मुक्ति पाई है।
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने हनुमानजी महाराज के गुणों के बारे में बात करने से पहले कहा कि उनके गुणों का वर्णन करना किसी के लिए संभव नहीं है। शाह ने कहा कि शास्त्रों में 7 चिरंजीवी में हनुमानजी को एक बताया गया है। तुलसीदास ने उन्हें ज्ञानगुण सागर कहा है। हनुमानजी एक आदर्श पुत्र, आदर्श मित्र, आदर्श भक्त, आदर्श योद्धा, आदर्श शिष्य, आदर्श दूत हैं। कष्टभंजन देव का यह स्थान उनके अनेक गुणों की वजह से विशेष रूप से युवाओं के लिए प्रेरणा का स्थान है। हनुमानजी के अनेक रूप कई तरह से, शत्रु का नाश, संकट से मुक्ति, भय-परेशानी से छुटकारा दिलाने, दुष्ट वृत्तियों से मुक्ति दिलाने, राक्षसी वृत्तियों और शनि समेत सभी कष्टों से भंजन करने के लिए है।
इससे पूर्व शाह ने सरदार पटेल की जयंती पर उनका स्मरण किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो साल तक मनाकर और उनके विचार और सिद्धांतों का प्रचार प्रसार किया। गोपालानंद यात्री भवन के उद्घाटन का जिक्र कर उन्होंने कहा कि यह 200 करोड़ रुपये के खर्च से 9 लाख वर्ग वर्ग फीट के साथ 1150 कमरों का यात्री भवन महज दो साल में पूरा किया गया है। शाह ने कहा कि हनुमान दादा के खजाने में कमी नहीं है लेकिन इस कार्य में सभी का सहयोग लिया गया। गोपालानंद का उल्लेख कर शाह ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा, शक्ति, ऐश्वर्य, भक्ति एक ही मूर्ति में रोपित कर जगत के जीवों के कष्ट भंजन का उपाय किया। उन्होंने कहा कि यह स्थान स्वामीनारायण भगवान के भी बार-बार यहां आने से पवित्र स्थल है। इस अवसर पर स्वामीनारायण सम्प्रदाय के वडताल पीठ के आचार्य राकेश प्रसाद महाराज ने केन्द्रीय मंत्री अमित शाह को वडताल में होने वाले द्विशताब्दी महोत्सव का आमंत्रण दिया।
1100 से अधिक कमरों वाला विश्व का पहला यात्री निवास
बोटाद जिले के सारंगपुर में कष्टभंजन हनुमान मंदिर परिसर में बना गोपालानंद यात्री भवन अपनी कई खासियतों की वजह से चर्चा में है। 7 स्टार होटल को टक्कर देने वाला यह पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग की अवधारणा पर तैयार किया गया है। हवा-रोशनी की व्यवस्था सभी कमरों में पहुंचाने की अनूठी कोशिश की गई है। भवन का एलिवेशन इंडियन रोमन स्टाइल में है। भवन में 8 फ्लोर और 9 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में निर्माण किया गया है। यात्री भवन 20 बीघा जमीन में बनाया गया है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय