मोदी सरकार के राष्ट्र निर्माण के ईमानदार प्रयास से मजबूत भारत के लिए सरदार पटेल के विचार अमर हो गए: सर्बानंद सोनोवाल
- बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के सभी संगठन एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए वर्चुअल रूप से हुए शामिल
- सर्बानंद सोनोवाल ने की लौह पुरुष सरदार पटेल को उनके अमूल्य योगदान के लिए कभी उचित सम्मान न देने के लिए कांग्रेस की आलोचना
डिब्रूगढ़ (असम), 31 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय ने आज ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (राष्ट्रीय एकता दिवस) मनाया। सभी संगठनों ने वर्चुअल रूप से एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने की शपथ ली, जिसके बाद आज यहां कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल हुए हजारों सहयोगियों के साथ केंद्रीय जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शपथ पढ़ी।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि एक मजबूत भारत के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार को एक दशक से अधिक समय से नरेन्द्र मोदी नेतृत्व वाली सरकार द्वारा राष्ट्र निर्माण के ईमानदार और नए प्रयासों के साथ अमर कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय चेतना को प्रेरित करने और देश को एकजुट करने के लिए इसका उपयोग करने के लिए अथक प्रयास किया है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ दर्शन सरदार पटेल के सभी रियासतों को एक मजबूत राष्ट्र के लिए एक साथ लाने के प्रयास के समान है। सरदार पटेल के वीरतापूर्ण और निस्वार्थ प्रयासों द्वारा रखी गई इस मजबूत नींव पर, देश ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विचार को साकार करने की ओर बढ़ रहा है। सरदार पटेल द्वारा निर्धारित मार्ग ही वह मार्ग है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश का नेतृत्व कर रहे हैं, ताकि देश का समावेशी विकास किया जा सके।
उन्होंने कहा कि वे एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण में उनके अमूल्य योगदान के लिए सरदार पटेल के इस महान व्यक्तित्व को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत तब हुई, जब केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल की छवि पर पुष्पांजलि अर्पित कर 'पद पूजा' की। कांग्रेस की आलोचना करते हुए सोनोवाल ने कहा कि कांग्रेस ने सरदार पटेल को कभी वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वह हकदार थे। दशकों तक कांग्रेस ने सरदार पटेल के कार्यों को अंधेरे में रखा। देश के लिए सरदार पटेल के अनगिनत योगदानों के बावजूद कांग्रेस ने उन्हें जानबूझकर अंधेरे में रखने की साजिश रची। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में लोगों को प्रेरित करने और उन्हें एक मजबूत, सुरक्षित और एकजुट भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध करने के लिए भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभाई पटेल के जीवन का जश्न मनाया गया है। आज सरदार पटेल की जयंती पर हम करोड़ों भारतीयों के साथ कांग्रेस की नापाक साजिश का पूरी तरह से सफाया कर चुके हैं। देश ने सरदार पटेल के आदर्शों से दिशा को महसूस किया है, क्योंकि भारत को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है।
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद (राज्यसभा) रामेश्वर तेली, असम सरकार में मंत्री जोगेन मोहन, एआईडीसी के अध्यक्ष और विधायक, प्रशांत फूकन, चाबुआ के विधायक पुनाकन बरुवा, विभागीय सचिव, टी के रामचन्द्रन, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जितेन हजारिका, प्रिंसिपल, असम मेडिकल कॉलेज, प्रोफेसर संजीब काकती, डिब्रूगढ़ नगर निगम (डीएमसी) के मेयर, डॉ सैकत पात्रा तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश