असंवैधानिक है वक्फ संशोधन विधेयकः प्रो. रामगोपाल यादव

नई दिल्ली, 03 अप्रैल (हि.स.)। राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि कल मध्यरात्रि तक लोकसभा में चर्चा चली चर्चा के बाद विधेयक पारित हुआ। दोनों तरफ से अच्छे वक्ताओं ने भाषण दिए लेकिन संसद में पैदा हुई असमंजस की स्थिति से देश की जनता में भी असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे लोग संसदीय लोकतंत्र का नुकसान कर सकते हैं। सारे धर्मों के लोगों के साथ सामान व्यवहार होना चाहिए। दुनिया में मुस्लिम लोगों की आबादी से कहीं ज्यादा देश में इनकी आबादी है। ऐसे में उनको नहीं लगना चाहिए कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। सरकार पर हमला बोलते हुए रामगोपला ने कहा कि जो सरकार अतीत में जो किया है जनता उससे संतुष्ट नहीं है। जो बातें सरकार ने कहीं उन वायदों को न ही पूरा किया और न ही अमल करने की कोशिश की।
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उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से सांसदों ने अपने भाषण में बार बार जमीन औऱ पैसे की लेकिन इस विधेयक पर सभी के सहयोग से आगे बढ़ना चाहिए। अलग-अलग रास्ते पर चलने वाले लोगों को मिलकर चलना होगा तभी देश की तरक्की होगी।
प्रोफेसर मनोज झा की बात की ओर इशारा करते हुए रामगोपाल ने कहा कि आज देश लोकतांत्रिक देश से सर्वाधिकारवादी व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। जो सत्ता पक्ष औऱ विपक्ष दोनों के लिए हानिकारक है। इसलिए इस स्थिति को पैदा नहीं होना देना चाहिए।
उन्होंने संभल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जो उत्तरप्रदेश में हो रहा है वो सही नहीं है। ईद के दिन मुस्लिम लोग छत पर नमाज नहीं पढ़ सकते। संभल में ईद के दिन नमाज पढ़ रहे थे, बाहर अधिकारी रिवालवर लेकर घूम रहे थे। ऐसे माहाल में अच्छे मन से भी कोई विधेयक लाएंगे तो भी अल्पसंख्यक लोग सरकार पर क्यों भरोसा करेगी। उन्होंने सभापति की तरफ देखते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार को समझाने की जरुरत है कि वे अल्पसंख्यक लोगों के साथ सही तरीके से व्यवहार करें। इस तरह तो सरकार के सामने ही इस कानून को लागू करने में मुश्किलें आएंगी।
उन्होंने कहा कि इस विधेयक में एक व्यवस्था है जिसके तहत निर्णय लेने का सारा अधिकार कलेक्टर को दे देने की व्यवस्था है। सारा अधिकार कलेक्टर के पास होगा तो यह संविधान के अनुछेद 26 का उल्लंघन है। यह असंवैधानिक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी