विज्ञान व प्रौद्योगिकी मिशन की पहली बैठक में आजीविका बढ़ाने और सतत विकास पर रहा जोर
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने विज्ञान भवन एनेक्सी में मंगलवार को सतत आजीविका प्रणाली के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी मिशन के लिए विचार-मंथन सत्र और नोडल अधिकारियों की पहली बैठक बुलाई। बैठक की अध्यक्षता पीएसए कार्यालय के वैज्ञानिक सचिव डॉ. परविंदर मैनी ने की और इसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों, विभागों के नोडल अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में सभी अधिकारियों ने एकजुट होकर आजीविका बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
प्रस्तुतियों के बाद वैज्ञानिक सचिव डॉ. परविंदर मैनी ने प्रत्येक मंत्रालय एवं विभाग के नोडल अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर देते हुए सभी को एकजुट कर राष्ट्रीय मिशन में योगदान देने की अपील की। ये इनपुट मिशन के पायलट स्केल कार्यान्वयन के लिए साइटों की पहचान और चयन में सहायता करेंगे।
उल्लेखनीय है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मिशन का उद्देश्य समुदायों में आजीविका बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए वैज्ञानिक प्रगति और तकनीकी नवाचारों का लाभ उठाना है। जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी वितरण तंत्र को मजबूत करने के लिए 19 जनवरी, 2023 को आयोजित 22वीं प्रधानमंत्री विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद की बैठक के दौरान डीएसटी द्वारा कार्यान्वित किए जाने वाले मिशन की सिफारिश की गई थी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी