पक्षियों की सुसाइड वाला जतिंगा का क्या है, सच
| Nov 29, 2022, 14:07 IST
दक्षिणी असम के दिमा हासो जिले की पहाड़ी घाटी में स्थित जतिंगा एक ऐसा गांव है जो अपनी प्राकृतिक अवस्था की वजह से साल में करीब 9 महीने तक बाहरी दुनिया से अलग-थलग रहता है. लेकिन सितंबर माह की शुरुआत से ही यह गांव खबरों की सुर्खियां बन जाता है. जिसका कारण है यहां पर होने वाली पक्षियों की सुसाइड की रहस्यमयी घटना. दरअसल अक्टूबर से नवंबर तक कृष्ण पक्ष की रातों में यहां पर पक्षी फरहा की की अजीबोगरीब एक घटना सामने आती है. शाम के करीब 7:00 बजे से लेकर और रात के करीब 10:00 से 10:30 के बीच अगर आसमान में दोनों छा जाए हवा की रफ्तार तेज हो जाए और कहीं से कोई रोशनी 9 दिखाई दे तो चिड़ियों की कोई खैर नहीं रहती है उनके झुंड कीट पतंगों की तरफ बदमाश होकर रोशनी के स्रोत पर गिरने लगते हैं आत्महत्या की दौड़ में स्थानीय और प्रवासी चिड़ियों की करीब 40 प्रजातियां शामिल है कहा जाता है कि यहां बाहरी और प्रवासी पक्षी जाने के बाद वापस नहीं आते और तो और इस घाटी में रात में जाने पर भी प्रतिबंध है.

