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भारतीय जहाज दिल्ली, शक्ति मलेशिया और किल्टन वियतनाम की यात्रा पर

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भारतीय जहाज दिल्ली, शक्ति मलेशिया और किल्टन वियतनाम की यात्रा पर
भारतीय जहाज दिल्ली, शक्ति मलेशिया और किल्टन वियतनाम की यात्रा पर

- भारतीय और मलेशियाई नौसेनाओं के बीच पेशेवर बातचीत से रिश्ते होंगे मजबूत

- वियतनाम पीपुल्स नेवी के बीच समुद्री साझेदारी अभ्यास के साथ समाप्त होगी यात्रा

नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। भारतीय नौसेना के दो जहाज दिल्ली और शक्ति पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग रियर एडमिरल राजेश धनखड़ के नेतृत्व में मलेशिया के कोटा किनाबालु बंदरगाह पहुंच गए हैं। पोर्ट कॉल के दौरान भारतीय और मलेशियाई नौसेनाओं के कर्मी क्रॉस-डेक यात्राओं सहित पेशेवर बातचीत करेंगे। भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस किल्टन रविवार को वियतनाम के कैम रैन बे बंदरगाह पर पहुंचा है, जहां वियतनाम पीपुल्स नेवी और भारतीय दूतावास ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

परिचालन तैनाती के हिस्से के रूप में मलेशिया पहुंचे दोनों जहाजों का गर्मजोशी से स्वागत रॉयल मलेशियाई नौसेना और मलेशिया में भारतीय उच्चायोग ने किया। भारतीय नौसेना के जहाज बंदरगाह यात्रा पूरी होने के बाद रॉयल मलेशियाई नौसेना के जहाजों के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास में भी भाग लेंगे। इसका उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ाना है, जिसे हाल ही में विशाखापट्टनम में हुए बहुराष्ट्रीय अभ्यास 'मिलन' और इससे पूर्व 'समुद्र लक्ष्मण' के दौरान दोहराया गया था।

भारतीय जहाजों की यह यात्रा कई कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से दोनों समुद्री पड़ोसियों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और सहयोग को और मजबूत करेगी। इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में भारतीय नौसेना के जहाजों की तैनाती भारत सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ और ‘सागर’ नीतियों के प्रति भारतीय नौसेना की दृढ़ प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है। देश का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित प्रोजेक्ट-15 क्लास गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस दिल्ली और फ्लीट सपोर्ट जहाज आईएनएस शक्ति भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा हैं।

जहाज किल्टन वियतनाम की यात्रा पर

भारतीय नौसेना का जहाज आईएनएस किल्टन रविवार को वियतनाम के कैम रैन बे बंदरगाह पर पहुंचा है, जहां वियतनाम पीपुल्स नेवी और भारतीय दूतावास ने गर्मजोशी से स्वागत किया। यह यात्रा भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े की परिचालन तैनाती का हिस्सा है। यह यात्रा दोनों समुद्री देशों के बीच दीर्घकालिक मित्रता और सहयोग को और मजबूत करने के लिए तैयार है। भारत और वियतनाम व्यापक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं। इस संबंधों को आगे बढ़ाते हुए भारतीय नौसेना के जहाज किल्टन की यात्रा पेशेवर बातचीत, खेल, सामाजिक आदान-प्रदान और दोनों नौसेनाओं के साझा मूल्यों को प्रतिबिंबित करने वाली गतिविधियों पर केंद्रित है।

यह यात्रा भारतीय नौसेना और वियतनाम पीपुल्स नेवी के बीच समुद्री साझेदारी अभ्यास के साथ समाप्त होगी। यह अभ्यास सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान को और बढ़ाएगा। आईएनएस किल्टन स्वदेशी एएसडब्ल्यू कार्वेट है, जिसे भारतीय नौसेना के नौसेना डिजाइन निदेशालय ने डिजाइन किया था। कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) ने इसे निर्मित किया है। आईएनएस किल्टन प्रोजेक्ट-28 के तहत बनाए गए चार एंटी-सबमरीन वारफेयर कार्वेट में से तीसरा है।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम