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भारतीय नौसेना अकादमी की मेजबानी में 'एडमिरल कप' शुरू, 35 देशों की नौसेनाएं लेंगी हिस्सा

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भारतीय नौसेना अकादमी की मेजबानी में 'एडमिरल कप' शुरू, 35 देशों की नौसेनाएं लेंगी हिस्सा

- चुनौतीपूर्ण समुद्री और तेज हवाओं के बीच केरल के तट पर चार दिनों तक होगी कड़ी प्रतिस्पर्धा

नई दिल्ली, 08 दिसंबर (हि.स.)।​ नौसेना अधिकारियों को समुद्री प्रशिक्षण देने के लिए सोमवार से शुरू हुए 'एडमिरल्स कप​'​ की मेजबानी इस बार भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए)​ कर रही है। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित नौसेना नौकायन चैंपियनशिप में से एक​ इस वर्ष के 14वें संस्करण में 35 देश भाग ले​ रहे हैं।​ ​इस चैंपियनशिप का औपचारिक उद्घाटन​ 9 दिसंबर को ​होगा, जिसके बाद चुनौतीपूर्ण समुद्री और तेज हवाओं के बीच चार दिनों तक कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी।

नौसेना के मुताबिक 2010 में स्थापित ​'एडमिरल कप​' का उद्देश्य मित्र विदेशी नौसेनाओं के प्रशिक्षु अधिकारियों के बीच सौहार्द, समुद्री सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। पिछले कुछ वर्षों में यह चैंपियनशिप एक प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन के रूप में विकसित हुई है, जो दुनिया भर की नौसेना अकादमियों से शीर्ष नौकायन प्रतिभाओं को आकर्षित करती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित आईएलसीए-6 श्रेणी की सेलबोट्स का उपयोग करके मैच रेसिंग प्रारूप में आयोजित की ​जाने वाली यह यह प्रतियोगिता अपनी सामरिक कुशाग्रता, शारीरिक मजबूती और सटीक नाविक कौशल के लिए जानी जाती हैं।

इस वर्ष के आयोजन में एशिया, यूरोप, अफ्रीका, ओशिनिया और अमेरिका सहित एक विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र की टीमें भाग लेंगी, जो विविध समुद्री संस्कृतियों को एक ही प्रतिस्पर्धी मंच पर लाएंगी। यह आयोजन न केवल स्वस्थ खेल प्रतिद्वंद्विता को बढ़ावा​ देगा, बल्कि विश्व की नौसेनाओं के भावी नेतृत्व के बीच पेशेवर संबंधों को भी मजबूत​करेगा। आईएनए का प्रशिक्षण इको-सिस्टम, आधुनिक आउटडोर नौकायन परिसर और एझिमाला के तटीय जल की अनुकूल नौकायन परिस्थितियां इस स्तर की प्रतियोगिता के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान करती हैं। दौड़ के अलावा मेहमान टीमें सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संवाद और आउटरीच गतिविधियों की एक श्रृंखला के माध्यम से अकादमी की परंपराओं, बुनियादी ढांचे और भारतीय नौसेना के लोकाचार का भी अनुभव करेंगी।

यह आयोजन 13 दिसंबर को समापन समारोह के साथ समाप्त होगा, जहां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों और उत्कृष्ट व्यक्तिगत नाविकों को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। समुद्री साझेदारी की भावना को उजागर करते हुए ​'एडमिरल कप​' वैश्विक नौसैनिक सहयोग, अधिकारी प्रशिक्षुओं के व्यावसायिक विकास और टीम वर्क, अनुशासन और खेल कौशल के साझा मूल्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत ​करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत निगम