मप्रः तृतीय ट्रॉयल रन में अब तक जलाया गया यूनियन कॉर्बाइड का 6570 किलो अपशिष्ट

- आसपास के ग्रामों में परिवेशीय वायु गुणवत्ता है निर्धारित मानक के भीतर
इंदौर, 11 मार्च (हि.स.)। भोपाल गैस त्रासदी 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड में डम्प पड़े जहरीले कचरे का निष्पादन पीथमपुर में किया जा रहा है। यूनियन कार्बाइड के अपशिष्ट को दहन करने के लिए फिलहाल तीसरा तृतीय ट्रॉयल रन चल रहा है, जिसमें मंगलवार रात आठ बजे तक 6570 किलोग्राम अपशिष्ट का दहन किया जा चुका है।इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने बताया कि मप्र उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार, पीथमपुर के ग्राम-तारपुरा स्थित रामकी कंपनी में यूनियन कॉर्बाइड के अपशिष्ट (रासायनिक कचरे) के दहन का तृतीय ट्रायल रन सोमवार, 10 मार्च को सायं 07:41 बजे प्रारंभ किया गया था। संयंत्र में 270 किलोग्राम प्रति घण्टे की दर से अपशिष्ट का दहन किया जा रहा है। मंगलवार रात आठ बजे तक 6570 किलोग्राम अपशिष्ट का दहन किया जा चुका है। दहन के दौरान चिमनी से होने वाले उत्सर्जन की मॉनिटरिंग ऑनलाईन कन्टीन्युअस इमीशन मॉनिटरींग सिस्टम (OCEMS) से की जा रही है, जो निर्धारित मानकों के भीतर है। ग्राम-तारपुरा, चीराखान एवं बजरंगपुरा में परिवेशीय वायु गुणवत्ता मापन में परिवेशीय वायु गुणवत्ता निर्धारित मानक के भीतर पाई गई है।इससे पूर्व पहला ट्रायल रन 28 फरवरी से तीन मार्च तक हुआ था, जिसमें 10 टन कचरा जलाया गया था। इसके बाद छह से नौ मार्च तक दूसरे ट्रायल रन में भी 10 टन जहरीले कचरे का दहन किया गया। तीसरा ट्रायल रन 12 मार्च तक चलेगा, जिसमें 10 टन जहरीले कचरे का दहन होगा। इसके बाद तीनों ट्रायल रन की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। कचरा जलाने के साथ ही चिमनी से निकलने वाले धुएं व कण की निगरानी व मॉनिटरिंग मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 20 अधिकारी-कर्मचारी कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर