बिहार के गया में मुस्लिम परिवार बनाते हैं महावीरी झंडा

पटना, 05 अप्रैल (हि.स.)। एक ओर देश में वक्फ संशाेधन बिल काे लेकर विवाद चल रहा है। वहीं बिहार में एक मुस्लिम परिवार रामनवमी पर मिसाल पेश कर रहा है। जी हां ये मिसाल बिहार के गया जिले के मुस्लिम परिवार ने पेश की है। ये परिवार पुश्त दर पुश्त रामनवमी का झंडा बनाते आ रहे हैं। आज के दौर में यह परिवार हिन्दू-मुस्लिम समाज की एकता का बड़ा संदेश देने का काम कर रहा है।
बिहार के गया जिले के केपी रोड इलाके में मोहम्मद यूनुस का परिवार चैत नवमी और शोभा यात्रा को लेकर लगातार रामनवमी का झंडा बनाने में लगे हैं। इस परिवार के परदादा-दादा भी रामनवमी झंडा बनाते थे। तीन फीट से लेकर 45 फीट और उससे भी बड़ा झंडा ऑर्डर पर ये बना रहे हैं। मोहम्मद यूनुस मुस्लिम टोपी पहनकर भगवान राम और हनुमान जी की फोटो लगाकर झंडा बनाने में जुटे हुए हैं। इनके हाथों से बना रामनवमी का झंडा स्थानीय दुकानों के साथ-साथ बिहार-झारखंड के कई हिस्सों में सप्लाई किया जाता है।
मो. यूनुस का कहना है कि यह काम उन्हें विरासत में मिली है। रामनवमी के लिए झंडा बनाने का काम पहले हमारे पूर्वज किया करते थे। उसी परंपरा को आज हम जीवित रखे हुए हैं। पहले परदादा और दादा रामनवमी का झंडा बनाते थे, आज हम यह झंडा बना रहे हैं। हम लोग रामनवमी का झंडा इसलिए बनाते है कि क्योंकि उन्हें हर धर्म के प्रति आस्था है। उन्हें हिंदू भाइयों के लिए रामनवमी का झंडा सिलने में काफी सुकून महसूस होता है।
मोहम्मद युनुस बताते हैं कि हम जाे झंडा बनाते हैं वह गया, पूरे बिहार के अलावा झारखंड के कई जिलाें में सप्लाई की जाती है। हमारा बनाए झंडे की मांग झारखंड के रांची और धनबाद में भी काफी है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी