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मध्य प्रदेश मे पटाखा फैक्ट्री मे आग लगने से हुआ भीषण हादसा, 11 लोगों की मौत

मध्यप्रदेश के हरदा जनपद के मगरदा रोड पर स्थित बैरागढ़ रेहटा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भयानक आग लग गई है
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भोपाल : मध्यप्रदेश के हरदा जनपद के मगरदा रोड पर स्थित बैरागढ़ रेहटा में मंगलवार को एक पटाखा फैक्ट्री में भयानक आग लग गई है, जिसके बाद एक भयानक विस्फोट की रिपोर्ट हुई है। आग का ब्लास्ट इतना तेज था कि आसपास की इमारतों को भी हिला दिया गया।

इस दुर्घटना में 11 लोगों की मौके पर मौत हो गई है और आगे बढ़ते समय यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अब तक 100 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं, और कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

इस भीषण हादसे पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुआवजे का एलान किया हैं। उन्होंने मृतकों क परिजनों को 4-4 लाख रुपये दिए जाने जबकि घायलों को निःशुल्क इलाज मुहैय्या कराये जाने की बात कही हैं। सीएम डॉ यादव ने पूरे हादसे के जाँच के आदेश भी दे दिए हैं। उन्होंने पूरे हादसे पर दुःख जताते हुए कहा हैं कि बचाव और राहत कार्य में प्रशासन जुटा हुआ हैं। रेस्क्यू के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही हैं।

एमपी के विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी ट्वीट किया हैं और मृतकों के लिए संवेदना प्रकट की हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा “मप्र के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। शोकाकुल परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वो हादसे में मृत लोगों की आत्मा को शांति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे।’

नेता प्रतिपक्ष ने की सीएम से कार्रवाई की मांग
इस पूरे हादसे के बाद नेता प्रतिपक्ष उमग सिंघार ने ट्वीट करते हुए लिखा हैं “उन्होंने आगे लिखा ‘धमाका इतना तेज था कि पूरा शहर दहल गया। घटना के समय यहां काम करने वाले करीब 30 लोगों का कोई पता नहीं! सवाल है कि आखिर रहवासी इलाके में बारूद का भंडार कैसे जमा था? पुलिस और प्रशासन को क्या इसकी जानकारी नहीं थी? इस अवैध फैक्ट्री को किसकी शह थी, जो प्रशासन ने अनदेखी की?

उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के बिना बारूद का इतना बड़ा जखीरा इकट्ठा नहीं हो सकता! संबंधितों पर कार्रवाई होना चाहिए और सारे चेहरे बेनकाब किए जाएं!’ नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से कहा हैं कि बेगुनाहों की मौत पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए!