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हमारा विश्वास है, हमारा कोई परिवारवाद नहीं है : हिमंत बिस्व सरमा

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हमारा विश्वास है, हमारा कोई परिवारवाद नहीं है : हिमंत बिस्व सरमा


रांची, 21 अक्टूबर (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री और झारखंड के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा साेमवार काे रांची पहुंचे। यहां एयरपोर्ट से निकलने के बाद परिवारवाद के आरोपों पर पत्रकाराें से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की सूची जारी होने के बाद झारखंड में यह इतिहास रहा है कि कुछ असंतुष्टि नजर आती ही है और कुछ इस्तीफे मिलते हैं। हमारे पास यही संकेत आ रहे हैं कि चुनाव को लेकर लोग बहुत उत्साहित हैं, ज्यादा लोगों में असंतुष्टि नहीं है।

सरमा ने कहा कि लोग नामांकन के काम में लग गए हैं, थोड़ी बहुत जो लोगों में असंतुष्टि है, वह स्वाभाविक है। जिनके भी मन में खेद और दुख है, उससे हम बात कर लेंगे। हर पार्टी में टिकट अनाउंसमेंट के बाद दाे-तीन दिनों तक असंतुष्टि होती है इसलिए मैं इसमें कोई भी टिप्पणी नहीं करूंगा।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि हमारा मेनिफेस्टो है, हमारा संकल्प है, उसको लेकर हम जनता के बीच में जाएंगे और एनडीए को जनता विजयी बनाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास है, हमारा कोई परिवारवाद नहीं है। अर्जुन मुंडा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं इसलिए उनकी पत्नी को टिकट दिया गया है, उसी तरह रघुवर दास चुनाव नहीं लड़ेंगे इस कारण उनकी बहु पूर्णिमा को टिकट मिला है।

बिना झामुमाे का जिक्र किए सरमा ने कहा कि हमारी पार्टी में ऐसा नहीं है कि बीवी भी चुनाव लड़ रही है, पति भी चुनाव लड़ रहे हैं और उनका भाई भी चुनाव लड़ रहा है। ऐसा हमारी पार्टी में नहीं है। चंपाई सोरेन हमारी पार्टी में नए-नए आए हैं और ज्वॉइनिंग के वक्त उनसे कुछ बातें हुई थी, आश्वासन दिया गया था, जिन पर अमल किया गया है।

उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन को थोड़ा अलग तरीके से देखना होगा क्योंकि वो पहले भाजपा में नहीं थे। चंपाई सोरेन के बेटे को छोड़ दें, तो हमारी पार्टी में कोई परिवारवाद नहीं है। इस दौरान उन्होंने बताया कि बरहेट और टुंडी सीट पर जल्द उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएंगे। इसका चुनाव दूसरे फेज में होने का है इसलिए पूरा समय लेकर हम इन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेंगे। हमलोग चर्चा कर रहे हैं, धीरे-धीरे पिक्चर क्लीयर हो जाएगी तो हम अनाउंस कर देंगे। कोई-कोई व्यक्ति टिकट अनाउंसमेंट की बात मान लेते हैं और कुछ हैं जो नहीं मानते हैं, तो ये एक नेचुरल प्रॉसेस है, जो लोग भाजपा के हैं, वो मान जाएंगे और जिसके मन में है कि टिकट नहीं मिलने से हम पार्टी में काम नहीं करेंगे, वो चले जाएंगे। हमारे इतने उम्मीदवार हैं, ज्यादा बगावत नहीं हुआ है।

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हिन्दुस्थान समाचार / शारदा वन्दना