कांग्रेस का इमरजेंसी काल उत्पीड़न, भ्रष्टाचार, तानाशाही और एकनायकवाद का चरम उदाहरण : सोनोवाल

डिब्रूगढ़ (असम), 28 जून (हि.स.)। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज इमरजेंसी की 50वीं बरसी के अवसर पर डिब्रूगढ़ के हनुमानबक्स सुरजमल कनोई महाविद्यालय में भारतीय जनता युवा मोर्चा और महिला मोर्चा, असम प्रदेश द्वारा आयोजित 'मॉक पार्लियामेंट' के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन व आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया।
सोनोवाल ने इस इवसर पर कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर और उनके साथियों ने तीन वर्षों की अथक मेहनत के बाद देशवासियों को जो संविधान दिया, उसकी हत्या कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाकर की थी। और अब वही कांग्रेस जब 'संविधान बचाओ' का नारा देती है, तो यह न तो न्यायोचित है और न ही नैतिक।
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में जिस तरह जनता के मौलिक अधिकारों को कुचला गया, मीडिया का गला घोंटा गया, नेताओं को जेल में डाला गया और संविधान को तोड़ा-मरोड़ा गया, वह देश के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय था।
सोनोवाल ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि संजय गांधी ने सरकार के भीतर अनाधिकृत रूप से शासन चलाया। उस समय मंत्रिमंडल तक को फैसले लेने से पहले संजय गांधी से पूछना पड़ता था। ‘इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया’ जैसे नारे और महात्मा गांधी की तस्वीर हटाकर इंदिरा गांधी की तस्वीर लगवाना, कांग्रेस के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। उस समय किशोर कुमार के गाने तक प्रतिबंधित कर दिए गए थे।
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, जयप्रकाश नारायण जैसे नेताओं ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए आंदोलन चलाया। असम में गोलाप बरबोरा जैसे वरिष्ठ नेता भी कांग्रेस की तानाशाही के खिलाफ जनता को एकजुट करने में अग्रणी रहे। करोड़ों भारतीयों ने मिलकर उस संविधान को बचाया जिसकी नींव अंबेडकर ने रखी थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए सोनोवाल ने कहा कि आज भारत की हर नीति में लोकतांत्रिक चेतना, आदर्श और भावना स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती है। समान अवसर, समान सम्मान और प्रगति ही आज के भारत की पहचान है।
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि कांग्रेस द्वारा थोपी गई इमरजेंसी और उस दौरान हुए अत्याचारों को कभी न भूलें। संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए उन्हें सजग रहना होगा।
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप सैकिया, राज्य के मंत्री बिमल बोरा, प्रशांत फूकन, रूपेश गोवाला, राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली, लोकसभा सांसद कामख्या प्रसाद तासा, विधायक चक्रधर गोगोई, विनोद हजारिका, तेरस गोवाला, तरंग गोगोई, भाजपा उपाध्यक्ष पुलक गोहाई, असम पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष ऋतुपर्ण बरुवा, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष राकेश दास, महिला मोर्चा अध्यक्ष सपना बनिया, डिब्रूगढ़ जिला भाजपा अध्यक्ष दुलाल बोरा समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश